वास्तु शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जो घर या ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और जीवन में तरक्की का मार्ग खोलते हैं। इन्हीं में से एक है सात दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग लगाना। कहा जाता है कि दौड़ते हुए घोड़े गति, साहस, शक्ति और निरंतर प्रगति का प्रतीक होते हैं। ऐसे में जब घर या कार्यस्थल पर सात घोड़ों की तस्वीर सही दिशा और वास्तु नियमों के अनुसार लगाई जाती है तो ये व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और सम्मान का द्वार खोलती है। ये पेंटिंग विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद मानी जाती है जो अपने करियर, व्यापार या सामाजिक प्रतिष्ठा में तेजी चाहते हैं।
लेकिन कई बार लोग बिना नियम जाने इसे कहीं भी लगा देते हैं, जिससे इसका पूरा लाभ नहीं मिल पाता। आइए जानते हैं सात घोड़ों की तस्वीर लगाने के सही तरीके और इसके पीछे छिपा वास्तु रहस्य।
अगर आप चाहते हैं कि समाज में आपकी प्रतिष्ठा और मान-सम्मान बढ़े तो सात घोड़ों की पेंटिंग दक्षिण दिशा में लगानी चाहिए। ये दिशा यश और शोहरत से जुड़ी मानी जाती है। ध्यान रखें कि घोड़े शांति से दौड़ते हुए दिखें, कोई आक्रामकता न हो।
उत्तर दिशा में ये पेंटिंग लगाने से कुबेर देवता प्रसन्न होते हैं। इससे घर में धन का आगमन बढ़ता है और व्यापार में स्थिरता आती है। व्यापारी अपने दुकान या ऑफिस में इसे रख सकते हैं। चाहें तो तांबा, पीतल या चांदी से बनी घोड़ों की मूर्ति भी रखी जा सकती है।
पूर्व दिशा सूर्य की दिशा मानी जाती है। यहां सात घोड़ों की तस्वीर लगाने से नौकरी और करियर में तेजी आती है। जो लोग प्रमोशन चाहते हैं उनके लिए ये बहुत लाभकारी है। ध्यान रखें पेंटिंग पूरी और साफ दिखे, कोई घोड़ा आधा-अधूरा न हो।
सात घोड़ों की तस्वीर लिविंग रूम, स्टडी रूम या ऑफिस में लगानी चाहिए। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी और काम में प्रोडक्टिविटी बढ़ती है। लेकिन इसे कभी भी बेडरूम में न लगाएं, वरना शांति भंग हो सकती है।
सफेद रंग के घोड़े शांति और पवित्रता के प्रतीक माने जाते हैं। इसलिए सफेद घोड़ों की तस्वीर सबसे सही मानी जाती है। आक्रामक या लड़ते हुए घोड़े न दिखें, वरना इसका उल्टा असर हो सकता है। घोड़े नियंत्रित और अनुशासित नजर आएं तो वास्तु में शुभता बनी रहती है।
साफ-सफाई और देखभाल भी जरूरी
जैसे आप भगवान की मूर्ति साफ रखते हैं वैसे ही सात घोड़ों की तस्वीर को भी साफ-सुथरा रखें। इसे सम्मान के साथ ऊंचाई पर लगाएं। अगर कन्फ्यूजन हो तो किसी वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना सही रहेगा।