Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्र हर साल आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होते हैं। 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में लोग नौ दिन मां के नौ रूपों की पूजा और व्रत करते हैं। इस दौरान मां के भक्त उनका आशीर्वाद पाने के लिए बहुत से प्रयास करते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, मां दुर्गा ने नौ दिनों तक दुष्ट राक्षस महिसासुर से युद्ध किया था। मां ने 10वें दिन उसे पराजित कर उसका वध कर दिया था। इसलिए लगातार नौ दिनों तक माता की उपासना करने का विधान है। इस अवधि में भक्त उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। इस समय पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की पूजा करने से आपके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
शारदीय नवरात्र को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, जब भगवान राम, माता सीता और अपने भाई लक्ष्मण के साथ 14 साल के लिए वनवास गए थे, तो वहां रावण ने धोखे से माता सीता का हरण कर लिया था। इसके बाद भगवान राम ने माता सीता की रक्षा के लिए रावण से नौ दिनों तक युद्ध किया और 10वें उसका संहार कर उस पर विजय प्राप्त की। इसलिए, शारदीय नवरात्र के 10वें विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है।
चैत्र और शारदीय नवरात्र में अंतर
भारत में चैत्र और शारदीय नवरात्र, दोनों को प्रमुख हिंदू पर्व माना जाता है। चैत्र नवरात्र हर साल मार्च-अप्रैल में, जबकि शारदीय नवरात्र सितंबर-अक्टूबर मास में मनाई जाती है। माना जाता है कि चैत्र नवरात्र वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है, तो शारदीय नवरात्र सर्दियों के मौसम के आने का संकेत देती है। चैत्र नवरात्रि के दौरान, हम नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं। फिर, नौवें दिन, राम नवमी मनाते हैं। वहीं शारदीय नवरात्रि में हम दुर्गा महानवमी और विजयदशमी के साथ नवरात्रों का समापन करते हैं।
पहले दिन- नवरात्र के पहले दिन नारंगी रंग के कपड़े पहन कर पूजा करने से मां के शैलपुत्री रूप का आशीर्वाद मिलता है।
दूसरे दिन- इस दिन सफेद रंग मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी रूप का प्रतीक है।
तीसरे दिन- नवरात्र के तीसरे दिन लाल रंग माता को अतिप्रिय होता है। यह मां के चंद्रघंटा रूप को भाता है।
चौथे दिन- मां कुष्मांडा की चौथे पूजा में गहरा नीला रंग शुभ रहेगा। यह रंग समृद्धि और शांति का प्रतीक है।
पांचवे दिन- पीला रंग स्कंदमाता को समर्पित है। इस रंग के कपड़े पहनने से मन को खुशी मिलती है।
छठे दिन- छठा दिन मां कात्यायनी को समर्पित है। इस दिन मां को प्रसन्न करने के लिए हरा रंग पहनें।
सातवें दिन- इस दिन स्लेटी रंग पहनें, क्योंकि यह दिन मां कालरात्रि का होता है।
आठवें दिन- नौ दिनों के उत्सव में आठवें दिन महागौरी को समर्पित है। मां का आशीर्वाद चाहते हैं, तो इस दिन बैंगनी रंग पहनें।
नौवें दिन- नवरात्र का नौवां दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित है। इस दिन मोर वाला हरा रंग पहनना चाहिए।