Surya Grahan 2025: साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण इस साल अश्विन मास की अमावस्या पर लगेगा। इस दिन पितृ पक्ष का अंतिम दिन यानी धरती से उनकी विदाई का होगा। ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रहण के साथ पितृ पक्ष की शुरुआत और समापन का दुर्लभ संयोग लगभग 122 साल बाद बन रहा है। बता दें कि इस साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण पितृ पक्ष के पहले दिन यानी भाद्रपद मास की पूर्णिमा पर 07 सितंबर को हुआ था। इस ग्रहण का समय जैसे-जैसे पास आ रहा है, वैसे-वैसे इसे लेकर लोगों के मन में उत्सुकता बढ़ती जा रही है। ये ग्रहण जितना धार्मिक दृष्टि से अहम है, उतनी ही बड़ी खगोलीय घटना भी है। इसे लेकर लोगों में कई तरह के सवाल हैं, जैसे इसकी सही तारीख 21, 22 या 23 सितंबर में से क्या है? ग्रहण कहां नजर आएगा? भारत में सूतक को लेकर लोगों में काफी दुविधा है। वहीं, ग्रहण में पितृ विसर्जन पर क्या प्रभाव होगा? तो चलिए अब जानते हैं इस ग्रहण से जुड़े धार्मिक दृष्टि से अहम सवालों के जवाब