Alyssa Healy: आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी। इस हार को ऑस्ट्रेलिया कभी भुला नहीं पाएगा। इस हार के साथ भारत ने वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के विजयी रथ को रोक दिया। वहीं भारत से सेमीफाइनल में मिली हार को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली अब तक नहीं भुला पाई हैं। हाल ही में एलिसा हीली ने एक पॉडकास्ट में भारत से मिली हार और जेमिमा रोड्रिग्स की पारी पर खुलकर बात की है। हीली ने कहा कि उन्हें अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व है, लेकिन ये हार अब भी उन्हें अंदर से तकलीफ देती है।
विलो टॉक क्रिकेट पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान हीली ने कहा, "मैं झूठ नहीं बोलूंगी, अब पहले से बेहतर महसूस कर रही हूं। पिछले सात हफ्तों में हमने बेहतरीन क्रिकेट खेला, लेकिन हम भारत की चुनौती को पार नहीं कर सके। यह हार जरूर निराशाजनक है, लेकिन मुझे इस बात की खुशी है कि आने वाले साइकिल में हमारी टीम क्या हासिल कर सकती है।"
हार पर बात करते हुए हीली ने कहा कि ये हार इसलिए ज्यादा दर्दनाक रही क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा, “टीम के हर खिलाड़ी ने अपना योगदान दिया और सबने पूरी मेहनत की, लेकिन नॉकआउट मैच में हमारा सिर्फ आधा दिन खराब रहा। अफसोस की बात है कि इतनी मेहनत के बावजूद हमारे पास दिखाने के लिए कोई ट्रॉफी नहीं है।” हीली ने यह भी माना कि जेमिमा रोड्रिग्स के दो कैच छूटना, जो बाद में 127 रन बनाकर नाबाद रहीं, ऑस्ट्रेलिया के लिए मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
हीली ने माना कि 338 रन का बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद उनकी टीम बल्लेबाजी में कुछ रनों से पीछे रह गई, भले ही फोबे लिचफील्ड ने अपने वर्ल्ड कप करियर की पहली शतकीय पारी खेली हो। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि हम थोड़ा कम रन पर रुक गए। जब एलिसा पेरी और फोबे क्रीज पर थीं, तब हम 350 से ज्यादा का स्कोर बनाने की सोच रहे थे। अगर हम वहां तक पहुंच पाते, तो शायद नतीजा कुछ अलग होता।”
हीली ने दिल तोड़ने वाली इस हार के बावजूद भारतीय टीम के संयम और शांत स्वभाव की तारीफ की और स्वीकार किया कि भारत की यह जीत बेहद खास और यादगार थी। हीली ने अंत में कहा, "भारत ने ये मैच जीता और ये महिला क्रिकेट के लिए एक शानदार बात है। भले ही यह हार मुझे कुछ समय तक खलेगी, लेकिन मुझे खुशी है कि इस जीत ने खेल को नई ऊंचाई दी है।"
कैसा था सेमीफाइनल का दूसरा मुकाबला
एलिसा हीली की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ग्रुप स्टेज में अजेय रही, लेकिन नॉकआउट में भारत ने उसे हार का सामना करना पड़ा। सेमीफाइनल के दूसरे मुकाबले में फोबे लिचफील्ड की शानदार शतकीय पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 338 रन का बड़ा टारगेट खड़ा किया। भारत ने जेमिमा रोड्रिग्स के नाबाद 127 रन और कप्तान हरमनप्रीत कौर के 89 रन की बदौलत भारत ने 5 विकेट बाकी रहते टारगेट को आसानी से हासिल कर शानदार जीत दर्ज की। भारत ने इसके बाद फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर अपने पहले महिला वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया।