Sarfaraz Khan : भारतीय क्रिकेटर सरफराज इन दिनों चर्चा में हैं। ऑस्ट्रेलिया टेस्ट दौरे के बाद टीम इंडिया से बाहर चल रहे सरफराज भारतीय-ए टीम में जगह नहीं बना सके। ऐसे में सिलेक्टर्स पर बड़े सवाल उठने लगे हैं। सरफराज खान को टीम में मौका न मिलने पर क्रिकेट से जुड़े लोग ही नहीं बल्कि राजनेता भी सवाल खड़े कर रहे हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता शमा मोहम्मद से लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी बड़ा सवाल उठाया है।
कोच गौतम गंभीर पर उठे सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर पर धार्मिक पक्षपात का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद सरफराज खान को नजरअंदाज किया जा रहा है। उनकी यह टिप्पणी उस समय आई जब सरफराज को भारत ए टीम में जगह नहीं मिली, जो अक्टूबर-नवंबर में बेंगलुरु में दक्षिण अफ्रीका ए टीम के खिलाफ सीरीज़ खेलने वाली है। गौतम गंभीर के भाजपा से जुड़े होने का जिक्र करते हुए शमा मोहम्मद ने पोस्ट किया, “क्या सरफराज खान को उनके उपनाम की वजह से नहीं चुना गया? बस पूछ रही हूं। हमें पता है कि गौतम गंभीर की सोच इस मामले में क्या है।”
टीम से बाहर चल रहे हैं सरफराज
सरफराज खान ने आखिरी बार नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज़ में टीम इंडिया के लिए खेला था। इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मौका नहीं मिला। फिटनेस और शारीरिक सुधार के बावजूद, उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भी टीम में शामिल नहीं किया गया और वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज़ में भी उनका नाम चयनकर्ताओं की लिस्ट से बाहर रहा। अब फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट हैरान हैं, क्योंकि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद मुंबई के इस प्रतिभाशाली बल्लेबाज को दक्षिण अफ्रीका ए टीम के खिलाफ होने वाली सीरीज़ के लिए भी भारत ए टीम में जगह नहीं दी गई।
ओवैसी ने भी उठाए सवाल
वहीं मंगलवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी सवाल उठाया कि सरफराज खान को आखिर क्यों टीम से बाहर रखा गया, जबकि वे घरेलू क्रिकेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। ओवैसी ने चयन प्रक्रिया पर पारदर्शिता की मांग करते हुए कहा कि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को नजरअंदाज करना खेल के साथ अन्याय है। वारिस पठान ने बुधवार को इंडिया टुडे से बातचीत में चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “जब कोई खिलाड़ी लगातार इतना अच्छा औसत बनाए हुए है, तो ज़रूर इसमें कुछ और बात है। आखिर उसे टीम में क्यों नहीं चुना गया?”
इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रज़ा ने आलोचकों को निशाना बनाते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट के चयन निर्णयों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, “इस मुद्दे को राजनीति से जोड़ने की कोई ज़रूरत नहीं है। ये तथाकथित मुस्लिम नेता क्रिकेटरों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जब मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज खेल रहे हैं, तो यह कहना कि चयन में भेदभाव हो रहा है, पूरी तरह गलत है।”
वहीं, सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने बताया था कि सरफराज खान को वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज़ से इसलिए बाहर रखा गया क्योंकि वे चोट से उबर रहे थे। मुंबई के इस बल्लेबाज को क्वाड्रिसेप्स इंजरी थी, जिसकी वजह से वह दलीप ट्रॉफी और ईरानी कप दोनों टूर्नामेंटों में नहीं खेल पाए थे।
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