रविवार, 9 मार्च को दुबई का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम एक रोमांचक जंग का गवाह बना, जहां भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया। जीत की चमक के साथ जब प्रेजेंटेशन सेरेमनी का वक्त आया, तो एक हैरान करने वाली बात सामने आई—पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का कोई भी अधिकारी मंच पर नजर नहीं आया। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का आधिकारिक मेजबान था, ऐसे में PCB की अनुपस्थिति ने सवाल खड़े कर दिए। क्या ये आईसीसी की सोची-समझी रणनीति थी या फिर खुद PCB की कोई मजबूरी?
इस रहस्यमयी गैरमौजूदगी पर क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच जबरदस्त चर्चा छिड़ गई। वहीं, ICC ने इस पर सफाई देते हुए बड़ा खुलासा किया, जिससे पूरे विवाद को नया मोड़ मिल गया।
पाकिस्तानी मीडिया चैनल जियो न्यूज ने इस मामले को लेकर आईसीसी से प्रतिक्रिया मांगी। इसके जवाब में आईसीसी प्रवक्ता ने कहा कि PCB मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष और मेजबान बोर्ड के नामित प्रतिनिधि मोहसिन नकवी को पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे शामिल नहीं हुए। प्रवक्ता ने कहा, "मोहसिन नकवी उस समय उपलब्ध नहीं थे और वो फाइनल के लिए दुबई भी नहीं आए।" यानी PCB की गैरमौजूदगी किसी साजिश का हिस्सा नहीं थी, बल्कि उनके खुद के नामित प्रतिनिधि की अनुपस्थिति के कारण ऐसा हुआ।
आईसीसी के प्रोटोकॉल में कोई बदलाव नहीं
आईसीसी ने आगे स्पष्ट किया कि पुरस्कार वितरण समारोह में केवल मेजबान बोर्ड के शीर्ष अधिकारी—जैसे कि अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, चेयरमैन या सीईओ—को ही आमंत्रित किया जाता है। प्रवक्ता ने कहा, "ये प्रोटोकॉल हर टूर्नामेंट में लागू होता है, सिर्फ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 तक सीमित नहीं है।"
मतलब ये कि यदि PCB का कोई अन्य अधिकारी स्टेडियम में मौजूद भी होता, तब भी उसे मंच पर आने की अनुमति नहीं मिलती।
मोहसिन नकवी ने सफलता पर जताई खुशी
हालांकि, PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी ने इस विवाद पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने सिर्फ टूर्नामेंट के सफल आयोजन की तारीफ करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट शेयर किया।
"मैं पीसीबी की समर्पित टीम, सतर्क कानून प्रवर्तन एजेंसियों, प्रांतीय सरकारों, आईसीसी अधिकारियों और सभी क्रिकेट टीमों का आभार व्यक्त करता हूं। आपकी प्रतिबद्धता और सहयोग ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को ऐतिहासिक सफलता में बदल दिया। पाकिस्तान को गर्व है कि उसने इस वैश्विक आयोजन की मेजबानी की और इसे क्रिकेट प्रेमियों के लिए यादगार बना दिया।"
आईसीसी के बयान के बाद ये विवाद लगभग खत्म हो गया है, लेकिन PCB की अनुपस्थिति को लेकर क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच चर्चाएं अभी भी जारी हैं।