IND vs SA: साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत को 2-0 से हार का सामना करना पड़ा। भारत को घरेलू सीरीज में मिली क्लीन स्वीप हार के बाद हेड कोच गौतम गंभीर की काफी आलोचना हो रही है। वहीं कोलकाता टेस्ट में हार के बाद हेड कोच गौतम गंभीर का पिच को लेकर दिए गए बयान से बीसीसीआई काफी नाराज है। रिपोट्स के मुताबिक, बीसीसीआई भारत के हेड कोच गौतम गंभीर के हालिया बयान से खुश नहीं है। लेकिन अभी कोई कार्रवाई की संभावना नहीं है। टी20 वर्ल्ड कप 2026 में भारत के प्रदर्शन के आधार पर गंभीर के भविष्य पर फैसला किया जाएगा।
गौतम गंभीर ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में 14 से 16 नवंबर के बीच खेले गए पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका से 30 रन की हार के बाद पिच की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे।
वर्ल्ड कप 2026 के बाद होगा फैसला
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका से हाल ही में मिली टेस्ट हार के बाद कोलकाता पिच पर किए गए भारत के हेड कोच गौतम गंभीर के सीधे कमेंट्स से बीसीसीआई बिल्कुल खुश नहीं है। हालांकि बोर्ड ने फिलहाल किसी तत्काल कार्रवाई से इनकार किया है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर गंभीर 7 फरवरी से 8 मार्च के बीच होने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2026 में टीम को खिताब नहीं दिला पाते हैं, तो उनकी हेड कोच की कुर्सी खतरे में पड़ सकती है।
सूत्रों का कहना है कि ऑप्शन की कमी की वजह से गंभीर अभी अपनी भूमिका में बने रहेंगे, लेकिन साल के अंत में उनकी पोजिशन जांच के दायरे में आ सकती है।
पिच को लेकर गौतम ने क्या कहा था
कोलकाता में भारत 124 रन का आसान से टारगेट का पीछा नहीं कर पाया, जिसके बाद गौतम गंभीर ने ईडन गार्डन्स की पिच का बचाव किया था। कोलकाता में मिली हार के बाद गंभीर ने कहा, “ये उसी तरह की पिच थी, जिसकी हमें जरूरत थी। क्यूरेटर ने पूरा सहयोग दिया और हमारी मांग के अनुसार ही विकेट तैयार किया। हमने जो चाहा, हमें वही मिला। लेकिन जब आप अच्छा खेल नहीं दिखाते, तो नतीजा ऐसा ही होता है।” उन्होंने आगे कहा, “हो सकता है यह विकेट बहुत फ्लैट न रहा हो जहां आप आसानी से बड़े शॉट लगा सकें, लेकिन अगर खिलाड़ी साहस और धैर्य दिखाने को तैयार हों, तो इस पर रन बनाए जा सकते थे।
गौतम गंभीर ने आगे कहा, "पिच में कोई कमी नहीं थी और यह बिल्कुल खेलने लायक थी। यह वही तरह का विकेट था जो आपकी तकनीक, मानसिक मजबूती और सबसे जरूरी—आपके टेम्परामेंट की परीक्षा लेता है। बस जरूरत इस बात की थी कि स्पिन को कैसे खेलना है, यह समझ होना चाहिए। हमने जैसा विकेट मांगा था, हमें बिल्कुल वैसा ही मिला।”