Asia Cup Final: भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान को एक बार फिर से धूल चटाकर नौवां खिताब अपने नाम किया। पाकिस्तानी टीम को 20 ओवर में 146 रनों पर समेटने के बाद, डिफेंडिंग चैंपियन भारत ने 5 विकेट के नुकसान पर यह लक्ष्य हासिल कर लिया। आखिरी ओवर में 10 रन की जरूरत थी, जब तिलक वर्मा ने हारिस रऊफ की गेंद को मिड-विकेट स्टैंड में पहुंचा दी, और उसके बाद रिंकू सिंह ने विजयी चौका जड़कर भारतीय फैंस को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया। इस जीत के बाद भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर ने पाकिस्तान पर तंज कसते हुए एक पोस्ट किया है जो खूब वायरल हो रहा है।
'इटेंट हमेशा जीतता है'- पाक को गंभीर का तीखा जवाब
इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने अपने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट शेयर किया। गंभीर ने सिर्फ 6 शब्दों में एक ऐसा ट्वीट किया, जिसे पाकिस्तान के '6-0' वाले ताने पर ताला लगाने वाला माना जा रहा है। गंभीर ने X पर लिखा- 'In the end, INTENT always wins.' यह ट्वीट गंभीर, लेकिन सटीक तरीके से प्रतिद्वंद्वी को जवाब देने का उनका तरीका है, जिसमें उन्होंने बाहरी बातों को छोड़कर केवल खेल के 'इंटेंट' (इरादे) को ही असली विजेता बताया।
बुमराह का हारिस रऊफ को करारा जवाब
मैच में सिर्फ गंभीर का ट्वीट ही चर्चा का विषय नहीं बना। तनाव से भरे इस मुकाबले में जसप्रीत बुमराह ने भी हारिस रऊफ को बोल्ड करने के बाद 'क्रैशिंग प्लेन' जेस्चर बनाकर एक मजाकिया पलटवार किया, जो पाकिस्तानी तेज गेंदबाज के भारतीय फैंस के प्रति किए गए पिछले विवादास्पद जश्न का सीधा जवाब था। गेंदबाजी में कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने मिलकर पाकिस्तान की बल्लेबाजी लाइन-अप को तहस-नहस कर दिया। 84 रन की मजबूत ओपनिंग साझेदारी के बावजूद, भारतीय स्पिनरों ने बाद के 10 ओवरों पर हावी होकर सिर्फ 33 रन देकर नौ विकेट चटकाए और पाकिस्तान को 146 पर समेट दिया। भारत की जीत का श्रेय तिलक वर्मा (69 नाबाद) को जाता है, जिन्होंने पहले संजू सैमसन और फिर शिवम दुबे के साथ मिलकर टीम को जीत के मुहाने तक पहुंचाया।
ट्राफी लेने से इनकार, सेरेमनी में घंटों तक रहा 'स्टैंडऑफ'
एशिया कप फाइनल में भारत की रोमांचक जीत के बाद हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। भारतीय टीम ने एशिया कप की ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि ट्रॉफी एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नकवी द्वारा दी जानी थी। पुरस्कार समारोह शुरू होने से पहले एक बड़ा गतिरोध देखा गया। नकवी अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ एक घंटे से अधिक समय तक मंच पर खड़े रहे। भारतीय टीम पास में ही खड़ी रही, जबकि पाकिस्तानी टीम ड्रेसिंग रूम में रही। यह बताया गया कि भारतीयों को जब बताया गया कि नकवी ही ट्रॉफी सौंपेंगे, तो उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया। बाद में पता चला कि चैंपियंस भारत के इनकार के बाद ट्रॉफी पुरस्कार समारोह में प्रदान ही नहीं की गई।