Harmanpreet Kaur: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने भले ही अपना पहला आईसीसी महिला विश्व कप खिताब जीता हो, लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान शांता रंगास्वामी का मानना है कि यही वह सही समय है जब टीम के नेतृत्व में एक बड़ा बदलाव किया जाना चाहिए। न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में रंगास्वामी ने कहा कि कप्तानी का भार हरमनप्रीत कौर से हटाकर स्मृति मंधाना को दिया जाना चाहिए। उनका तर्क है कि यह बदलाव न केवल भारतीय क्रिकेट के व्यापक हित में है, बल्कि हरमनप्रीत के खुद के हित में भी है।
कप्तानी के बोझ से उनके प्रदर्शन पर पड़ रहा असर
रंगास्वामी ने माना कि वैश्विक खिताब जीतने के तुरंत बाद बदलाव की मांग करना अलोकप्रिय हो सकता है, लेकिन उन्होंने जोर दिया कि यह बड़ी तस्वीर के बारे में है। उन्होंने कहा कि 'इस तरह की सफलता के बाद जब यह बात आती है, तो इसे अच्छी तरह से लिया जाएगा, लेकिन भारतीय क्रिकेट के हित में और हरमन के खुद के हित में मुझे लगता है कि निरंतरता के बोझ के बिना वह एक बल्लेबाज के रूप में बहुत अधिक योगदान दे सकती हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'उनके पास अभी भी तीन-चार साल तक क्रिकेट जर्नी बाकी है।'
रंगास्वामी ने जोर देकर कहा कि हरमनप्रीत कौर एक बल्लेबाज और फील्डर के तौर पर शानदार हैं, 'लेकिन रणनीतिक रूप से वह कभी-कभी लड़खड़ा जाती हैं। मेरा मानना है कि अगर वह कप्तानी के बोझ से मुक्त होती हैं, तो वह एक बल्लेबाज के रूप में और अधिक योगदान दे सकती हैं।' उनका मानना है कि यह बदलाव ओवरड्यू हो चुका है।
उन्होंने पुरुष टीम के सेटअप का उदाहरण दिया, जहां चयनकर्ताओं ने इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने के बाद भी रोहित शर्मा से आगे बढ़ने का फैसला लिया था।
स्मृति मंधाना 3 फॉर्मेट की कप्तान बनने को तैयार
रंगास्वामी ने स्पष्ट किया कि यह फैसला किसी एक सफल अभियान की प्रतिक्रिया के रूप में नहीं, बल्कि भारत के भविष्य को ध्यान में रखकर लिया जाना चाहिए। उन्होंने 2029 वनडे विश्व कप और अगले साल UK में होने वाले T20 विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंटों को ध्यान में रखते हुए आगे की योजना बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।उन्होंने स्मृति मंधाना को हर फॉर्मेट में भारत का नेतृत्व करने के लिए स्वाभाविक उत्तराधिकारी बताया। उन्होंने कहा, 'स्मृति को सभी फॉर्मेट में कप्तान बनाया जाना चाहिए। आपको भविष्य के विश्व कप के लिए भी योजना बनाने की जरूरत है।' उनका मानना है कि एक स्पष्ट नेतृत्व रोडमैप भारत को विश्व कप की सफलता पर सिर्फ जश्न मनाने के बजाय, उसे आधार बनाकर आगे बढ़ने में मदद करेगा।
चिंता का विषय बनी हुई है गेंदबाजी और फील्डिंग
विश्व कप जीत की सराहना करते हुए रंगास्वामी ने उन क्षेत्रों की ओर इशारा किया जिन पर भारत को काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, 'हमारे जमाने में बल्लेबाजी कमजोर कड़ी हुआ करती थी। अब बल्लेबाजी सेट लगती है, लेकिन गेंदबाजी चिंता का विषय है। फील्डिंग भी बहुत बेहतर हो सकती है।' उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया केवल इसलिए हारी क्योंकि उनके पास अच्छी गेंदबाजी नहीं थी। मैं कहूंगी कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के पास भी हमसे बेहतर गेंदबाजी आक्रमण था। बल्लेबाजों ने हमारे लिए काम किया।