IND vs SA: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए पहला मुकाबला में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया। इस मैच में साउथ अफ्रीका ने भारत को 30 विकेट से मात दी है। वहीं पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में गर्दन में चोट लगने के कारण शुभमन गिल दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने मैदान पर नहीं उतरे। शुभमन गिल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं अब सबसे बड़ा सवाल है कि क्या शुभमन गिल दूसरे टेस्ट मैच में खेलेंगे या नहीं। कोच गौतम गंभीर ने इस पर अपना रिएक्शन दिया है। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट 22 से 26 नवंबर तक गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा।
मैच के बाद ईडन गार्डन्स में प्रेस कॉन्फ्रेंस में हेड कोच गौतम गंभीर ने बताया कि, दूसरे टेस्ट के लिए गिल की एबिलिटी को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। उनकी फिटनेस को देखकर ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।
गिल की चोट पर गंभीर ने क्या कहा
कोच गौतम गंभीर ने बताया कि शुभमन गिल की चोट को लेकर मेडिकल टीम लगातार नजर रख रही है। गौतम गंभीर ने शुभमन गिल की चोट पर अपडेट देते हुए कहा, "हम उनकी स्थिति का आकलन कर रहे हैं। देखते हैं आगे क्या होता है। फिजियो आज शाम उनकी चोट को लेकर फैसला लेंगे और उसी आधार पर हम भी अगला कदम तय करेंगे।"
पिच को लेकर गंभीर ने क्या कहा
ईडन गार्डन्स की मुश्किल पिच पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए गंभीर ने कहा कि पिच बिल्कुल वैसी ही थी, जैसी टीम ने पहले टेस्ट से पहले मांगी थी। उन्होंने बताया, "ये पिच खेलने लायक नहीं थी। ये (पिच) बिल्कुल वैसी ही थी जैसी हमने मांगी थी और हमें यही मिली। यहां के क्यूरेटर (सुजन मुखर्जी) बहुत सहयोगी रहे। ये विकेट खिलाड़ियों की मानसिक मजबूती की परीक्षा लेती है और जो बल्लेबाज अच्छी डिफेंस के साथ खेले, वे रन बनाने में सफल रहे।"
'पिच पूरी तरह खेलने लायक थी'
गौतम गंभीर ने आगे कहा, "ये पिच बिल्कुल वैसी ही थी जैसी हम चाहते थे। इसमें कोई कमी नहीं थी और ये पूरी तरह खेलने लायक थी। अक्षर, टेम्बा और वाशिंगटन ने इसी पिच पर रन बनाए। अगर कोई इसे ‘टर्निंग विकेट’ कह रहा है, तो सच यह है कि ज्यादातर विकेट तो तेज गेंदबाज़ों ने ही लिए हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि टीम ने जानबूझकर ऐसी सूखी और बिना पानी वाली पिच को चुना था, ताकि टॉस का असर कम हो जाए और मैच कौशल पर निर्भर हो, न कि टॉस की किस्मत पर।
उन्होंने आगे कहा, “हम हमेशा चाहते हैं कि पहले दिन से ही पिच स्पिनरों को मदद दे, ताकि मैच टॉस पर निर्भर न रहे। अगर हम यह टेस्ट जीत लेते, तो पिच को लेकर इतनी बातें नहीं हो रही होतीं। हमारी टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जो किसी भी तरह की परिस्थिति में अच्छा खेल सकते हैं।”