इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से नाइट मैचों पर लंबे समय से पड़ने वाली ओस के असर को कम करने के लिए टू बॉल रूल लागू किया जाएगा। यह नियम दूसरी पारी के लिए अहम है, जब बहुत ज्यादा ओस के कारण गेंदबाजी करना मुश्किल हो जाता है, इस निर्णय का मकसद यह तय करना है कि बल्ले और गेंद के बीच निष्पक्ष मुकाबला हो।
रिपोर्टों के अनुसार, अब टीमें दूसरी पारी में 11वें ओवर से एक नई गेंद का इस्तेमाल कर सकती हैं। T-20 क्रिकेट के उलट, जहां एक पारी के दौरान एक ही सफेद गेंद का इस्तेमाल किया जाता है। थोड़ी पुरानी गेंद का इस्तेमला करने से गेंदबाजों को पकड़ और रफ्तार बनाए रखने में मदद मिलेगी, जिससे ओस के कारण गीली गेंद का असर कम हो जाएगा।
मैदान पर मौजूद अंपायर यह तय करेंगे कि दूसरी गेंद का इस्तेमाल किया जाए या नहीं, और इसका इस्तेमाल खासतौर से रात के खेलों में किया जाएगा, जहां ओस की अहम भूमिका होती है। हालांकि यह कोई आधिकारिक नियम में बदलाव नहीं है, लेकिन यह टीमों और अधिकारियों के बीच एक सामूहिक समझौता है, ताकि निष्पक्ष खेल मैदान सुनिश्चित किया जा सके।
IPL 2025 सीजन 22 मार्च को शुरू होगा, जिसमें गत चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ईडन गार्डन्स में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) से भिड़ेगी। नए नियमों और आगे के एक्शन से भरपूर सीजन के साथ, प्रशंसक दुनिया की सबसे बड़ी T20 लीग के और भी कड़े मुकाबले और रोमांच की उम्मीद कर सकते हैं।
BCCI ने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध भी हटा दिया है, क्योंकि ज्यादातर कप्तान इसके प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं। इसके साथ ही यह Covid-19 महामारी के कारण लगाए गए प्रतिबंध को हटाने वाली पहली बड़ी क्रिकेट प्रतियोगिता बन गई है।
शनिवार से शुरू होने वाली लीग से पहले मुंबई में कप्तानों की बैठक में यह फैसला लिया गया। BCCI के एक शीर्ष अधिकारी ने PTI को बताया, "सलाइव पर प्रतिबंध हटा दिया गया है। ज्यादातर कप्तान इस कदम के पक्ष में थे। कुछ को इसे फिर से शुरू करने पर संदेह था, कुछ ने इस पर अपनी राय रखी, लेकिन ज्यादातर ने इस कदम का समर्थन किया।"