IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच क्रिकेट के होम ग्राउंड लॉर्ड्स में खेला जा रहा है। इस मैट में इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी कर रही है। वहीं मैच के दौरान टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। ऋषभ पंत, को मैच के 34वें में चोट लग गई है। वहीं चोट लगने के बाद वो मैदान से बाहर ले जाया गया है। पंत की जगह ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग करते नजर आए।
डाइव लगाने के चक्कर में लगी चोट
बता दें कि मैच के 34वें ओवर में जब जसप्रीत बुमराह की एक गेंद लेग साइड की ओर गई, तो ऋषभ पंत ने उसे रोकने के लिए डाइव लगाया। गेंद उनके हाथ पर लगी लेकिन पूरी तरह से नहीं रुकी, जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट और ओली पोप ने रन लेने का मौका बना लिया। इस डाइव के बाद पंत को चोट लग गई और वो दर्द में दिखे। इसके बाद, अगला ओवर यानी 35वें ओवर से ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली और पंत की जगह मैदान पर आए। गेंद रोकने के दौरान चोट लगने के बाद कुछ देर तक खेल रोका गया और भारतीय मेडिकल स्टाफ ने पंत के हाथ का इलाज किया।
फिलहाल मैदान से बाहर गए पंत
इलाज के बाद भी पंत पूरी तरह ठीक महसूस नहीं कर रहे थे और उन्होंने इशारे में हाथ उठाकर संकेत दिया कि वे खेल जारी नहीं रख सकते। इसके बाद बुमराह का ओवर पूरा हुआ और पंत मैदान से बाहर चले गए। उनकी जगह ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग करना शुरू किया। फिलहाल यह साफ नहीं है कि ऋषभ पंत कितनी देर तक मैदान से बाहर रहेंगे। मैच के पहले सत्र में उन्होंने शानदार विकेटकीपिंग करते हुए दो अहम कैच लपके थे। इंग्लैंड की पारी के 13वें ओवर में पंत ने बेन डकेट और जैक क्रॉली को आउट कर टीम को बड़ी सफलता दिलाई। खास बात यह रही कि क्रॉली का कैच पकड़कर पंत ने इंग्लैंड में किसी एशियाई विकेटकीपर द्वारा टेस्ट में सबसे ज्यादा कैच लेने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में ऋषभ पंत ने विकेट के पीछे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए एक खास उपलब्धि हासिल की। उन्होंने बेन डकेट और जैक क्रॉली के कैच लेकर न सिर्फ टीम को मजबूत किया, बल्कि इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में किसी एशियाई विकेटकीपर द्वारा सबसे ज़्यादा कैच लेने का रिकॉर्ड भी बना डाला। पंत के नाम अब इंग्लैंड में 12 टेस्ट मैचों में कुल 40 कैच हो गए हैं, जिससे उन्होंने पाकिस्तान के कामरान अकमल (9 टेस्ट में 39 कैच) और भारत के एमएस धोनी (12 टेस्ट में 36 कैच) को पीछे छोड़ दिया है।