Neeraj Chopra: दो बार के ओलिंपियन नीरज चोपड़ा ने एक और कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। 16 मई को दोहा डायमंड लीग में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में उन्होंने 90 मीटर के जादुई आंकड़े को भी पार कर लिया। नीरज चोपड़ा यह उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे एशियाई बन गए। दोहा में प्रतियोगिता समाप्त होने के कुछ ही देर बाद भारतीय प्रशंसकों ने उन्हें घेर लिया था जो उनका समर्थन करने के लिए बाहर आए थे। बोरिया मजूमदार ने लिखा तभी मेरे सहयोगी अभिजीत देशमुख ने चैंपियन से मुलाकात की। वे डायमंड लीग के लिए दोहा में अकेले भारतीय पत्रकार थे और पहला सवाल स्पष्ट रूप से 90 मीटर के निशान वाला था।
हालांकि इस प्रतियोगिता में नीरज अपने बेस्ट थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहें। जर्मनी के जूलियन वेबर ने 91.06 मीटर के थ्रो के साथ पहले स्थान पर रहें।
'मुझसे ज्यादा यह भारत के लिए है 90 मीटर का यह थ्रो'
नीरज ने इसका खूबसूरती से जवाब दिया, 'मुझे लग रहा था कि अब ये होने वाला है । मुझसे ज्यादा यह भारत के लिए है। मैं कई बार 88 या 89 मीटर थ्रो के साथ इसके करीब आ गया था, लेकिन 90 मीटर का निशान पार नहीं हो पाया। आखिरकार यह हो गया और मुझे यकीन है कि आने वाले समय में इससे भी बेहतर थ्रो होंगे। सीजन अभी शुरू हुआ है और चीजें और बेहतर होंगी।
बोरिया मजूमदार लिखते है ये नए नीरज हैं। कहीं ज्यादा शांत, संयमित और खुद के साथ सहज। उनके लिए पेरिस ओलंपिक कठिन दौर था। प्रतियोगिता में सबसे पसंदीदा के रूप में भाग लेना, 89.34 मीटर के अपने क्वालीफिकेशन थ्रो और फिर सिल्वर मेडल। नीरज के साथ बहुत से लोगों के लिए ये अप्रत्याशित था। पेरिस ओलंपिक के बाद चर्चा थी कि नीरज को सर्जरी की आवश्यकता है। उन्होंने जल्दबाजी नहीं की और ब्रेक लेने का फैसला किया। ब्रेक के दौरान वह जान जेलेजनी के पास गए, एक ऐसे व्यक्ति जो अपने करियर में 52 बार 90 मीटर से ज्यादा का थ्रो फेंक चुके हैं।
नीरज की खेल भावना के कायल है सभी एथलीट
जीत के बाद बड़ी संख्या में भारतीय प्रशंसकों ने नीरज को घेर लिया था। हर कोई सेल्फी और ऑटोग्राफ चाहता था। जब अभिजीत ने उनसे भीड़ के समर्थन के बारे में पूछा, तो उनके चेहरे पर एक गर्मजोशी भरी मुस्कान थी। नीरज ने कहा, 'मैं जहां भी जाता हूं और खेलता हूं, मुझे बड़ी संख्या में भारतीय प्रशंसक समर्थन में आते हैं। दोहा में हमेशा ऐसा ही होता है और मुझे यह स्वीकार करना होगा कि उन्हें खुश देखकर बहुत अच्छा लगता है'।
नीरज के बारे में सबसे अच्छी बात उनकी खेल भावना है। जब उनसे उनके प्रतिद्वंदी जूलियन वेबर के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कुछ ऐसा जवाब दिया जो उन्हें एक सच्चे एथलीट के रूप में परिभाषित करता है। '90 मीटर थ्रो के बाद जूलियन वेबर ने मुझे बधाई दी और मैंने उनसे कहा कि वह बहुत अच्छा थ्रो कर रहे हैं और उनके लिए भी ऐसा हो सकता है। ऐसा हुआ भी और मैं उनके लिए बहुत खुश हूं।
अब नीरज के लिए क्या है आगे का रास्ता?
नीरज ने कहा कि, 'मुझे जो कुछ भी हासिल करना था, वह अब हो चुका है। 90 मीटर का आंकड़ा पार करना था। अब यह भी हासिल हो चुका है और बहस खत्म हो चुकी है। कुछ लोगों ने सुझाव दिया था कि मैं ऐसा नहीं कर पाऊंगा। 2018-2025 के बीच 7 साल तक मैं इसके करीब था, अब सब हो चुका है। अब जब तक मैं खेलूंगा, मैं अपने देश को गौरवान्वित करता रहूंगा, क्योंकि एक एथलीट के लिए यही सबसे बड़ी बात है।'
इस पर बोरिया मजूमदार कहते हैं, हम भारत के महानतम खिलाड़ी को एक्शन में देख रहे हैं। हर बार जब वह प्रतिस्पर्धा करने के लिए मैदान पर होता है, तो यह जरूरी है कि हम उसे महसूस करें। साथ ही हर बार उनकी जीत का और अधिक जश्न मनाएं।
(यह लेख बोरिया मजूमदार के अंग्रेजी लेख का हिन्दी अनुवाद है। बोरिया मजूमदार एक प्रख्यात खेल इतिहासकार, पत्रकार और लेखक हैं। वह रेवस्पोर्ट्ज के संस्थापक और प्रधान संपादक हैं।)