कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही थी, जिसमें बताया जा रहा था की Google ने अपने 2.5 अरब Gmail यूजर्स को Emergency Warning भेजी है। इसके साथ ही यह भी दावा किया गया था कि यह चेतावनी Gmail के जरिए भेजी गई और इसमें सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारी दी गई थी। लेकिन अब इस मामले पर Google का बयान सामने आया है। गूगल की तरफ से कहा गया है कि यह पुरी तरह से फर्जी खबर है।
Google ने नहीं भेजी Emergency Warning
Google ने इस मैसेज को फर्जी बताते हुए कहा कि उसने अपने Gmail यूजर्स को कोई भी Emergency Warning नहीं भेजी है, और न ही किसी भी तरह का अलर्ट भेजा है। यह खबर महज एक फेक रिपोर्ट और अफवाह थी, जिसे सोशल मीडिया पर शेयर करके गलत तरीक से फैलाया गया है। Google ने आगे यह भी कहा कि उनके नेटवर्क और सिक्योरिटी सिस्टम पूरी तरह सेफ हैं और किसी भी तरह का खतरा नहीं है।
साइबर दुनिया में अक्सर हैकर्स और स्कैमर्स नकली ईमेल और अलर्ट के जरिए लोगों को फंसाने की कोशिश करते हैं। Gmail जैसी बड़ी सर्विस को निशाना बनाकर इस तरह की अफवाह फैलाना आम बात है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह खबर शायद किसी फिशिंग स्कैम या गलत सूचना का हिस्सा थी, जिसे बढ़ा-चढ़ाकर लोगों के बीच डर फैलाने के लिए इस्तेमाल किया गया।
गौरतलब है कि स्कैमर्स ऐसे फेक ईमेल्स भेजकर लोगों को फंसाने की कोशिश करते हैं, और जो इनके स्कैम में फंस जाता है उसका अकाउंट खाली हो जाता है। बता दें कि हैं। Gmail जैसी बड़ी सर्विस को निशाना बनाकर इस तरह की अफवाह फैलाना आम बात है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह खबर शायद किसी फिशिंग स्कैम या गलत सूचना का हिस्सा थी, जिसे बढ़ा-चढ़ाकर लोगों के बीच डर फैलाने के लिए इस्तेमाल किया गया।
Google ने यूजर्स को दी सलाह
Google ने अपने बयान में यूजर्स को सलाह दी है कि वो इस तरह के स्कैम से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध ईमेल, लिंक या अलर्ट पर भरोसा न करें। कंपनी ने यूजर्स को कुछ बातें भी बताईं जो उनके लिए बेहद जरूरी है:
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों से बचने के लिए यूजर्स को कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने चाहिए: टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) हमेशा ऑन रखें। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले URL चेक करें। पासवर्ड को थोड़े-थोड़े दिन में बदलें और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें। किसी भी तरह का अनजान अटैचमेंट (Attachment) डाउनलोड करने से बचें।
साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसे स्कैम से बचने के लिए यूजर्स को कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने चाहिए, जैसे-
Google के इस बयान से उन लोगों को राहत मिली है, जिन लोगों ने सोशल मीडिया पर फैले इस अफवाह में आकर अपने अकाउंट्स में अनावश्यक बदलाव शुरू कर दिया था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह की झूठी खबरें स्कैमर्स को बढावा देती हैं, क्योंकि डर के कारण यूजर्स इन फर्जी मेल्स पर क्लिक करता है या तो उनके द्वारा बताए तरीकों को अपनाता है।