इस साल त्योहारी सीजन में स्मार्टफोन खरीदारों को ज्यादा चहल-पहल और कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है। ब्रांड्स पुराने मॉडलों पर भारी डिस्काउंट, नए लॉन्च और फाइनेंसिंग ऑफर्स लेकर आएंगे, वहीं प्रीमियम डिवाइस इस बार मुख्य आकर्षण बने रहेंगे।
इस साल त्योहारी सीजन में स्मार्टफोन खरीदारों को ज्यादा चहल-पहल और कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है। ब्रांड्स पुराने मॉडलों पर भारी डिस्काउंट, नए लॉन्च और फाइनेंसिंग ऑफर्स लेकर आएंगे, वहीं प्रीमियम डिवाइस इस बार मुख्य आकर्षण बने रहेंगे।
विश्लेषकों का अनुमान है कि इस फेस्टिव सीजन में स्मार्टफोन की बिक्री में 4% और बाजार मूल्य में 7% की वृद्धि होगी, जो ओणम से दिवाली तक चलता है और आम तौर पर वार्षिक बिक्री का 30-40% होता है, क्योंकि उपभोक्ता महंगे और प्रीमियम मॉडलों की ओर बढ़ते हैं।
अप्रैल-जून में रिकॉर्ड संख्या में लॉन्च, जो दो साल में सबसे ज्यादा हैं, के साथ-साथ टैक्स में राहत और कम जीएसटी से भी इस वृद्धि को बल मिलेगा, जिससे डिमांड अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ेगी। हालांकि, त्योहारी सीजन की मांग बंटी हुई रहेगी। ग्रामीण और टियर 3-5 मार्केट्स में फाइनेंसिंग की आसान पहुंच और 15,000-25,000 रुपये के डिवाइसों की मांग मजबूत बनी रहेगी, जबकि शहरी खरीदार सतर्क हैं और हर सौदे की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
Apple Pie का विस्तार होगा
Apple, जो आज यानी 9 सितंबर को अपनी iPhone 17 सीरीज लॉन्च करेगा, अनुमान है कि iPhone 14 से लेकर नए iPhone 16 सीरीज तक, सभी मॉडलों पर भारी स्टॉक और छूट के साथ अपने प्रतिद्वंद्वियों से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। इसके अलावा, Vivo, Oppo और Samsung भी इस सीजन में बढ़त की स्थिति में हैं।
विश्लेषकों ने कहा कि आईफोन की बिक्री में एंड्रॉयड ब्रांडों की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।
रिसर्च फर्म IDC ने Apple के लिए दोहरे अंक की वृद्धि का अनुमान लगाया है, जो जुलाई-सितंबर तिमाही में एक साल पहले के 4 मिलियन से बढ़कर 4.6-5 मिलियन इकाई हो जाएगी, तथा अक्टूबर-दिसंबर में भी यह गति जारी रहने की संभावना है।
Canalys के प्रमुख विश्लेषक संयम चौरसिया ने कहा कि Apple पुराने iPhone की अधिकतम खुदरा कीमतों में कटौती करने की संभावना नहीं रखता है, लेकिन बैंक/ईएमआई ऑफर और अपने रिटेल स्टोर्स और बड़े-फॉर्मेट वाले रिटेलर्स पर ट्रेड-इन के जरिए प्रभावी छूट के जरिए बिक्री को बढ़ावा देगा, खासकर n-1 और n-2 अपग्रेड को फोकस करते हुए।
उन्होंने कहा, खरीदार iPhone 15 और चुनिंदा iPhone 13 मॉडल्स पर बैंक कैशबैक, एक्सचेंज बोनस और स्टोरेज स्टेप-अप जैसे पिछले मूल्य बिंदुओं पर ज्यादा स्टोरेज की उम्मीद कर सकते हैं। Apple बड़ी हेडलाइन कटौती करने की बजाय प्रेडिक्टेबल और इफेक्टिव प्राइसिंग को प्राथमिकता देता है, ताकि डिवाइस का रेजिडुअल वैल्यू सुरक्षित रहे।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने कहा, "ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भारी प्रचार के साथ बिक्री की पहली महत्वपूर्ण वेव को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, लेकिन ऑफलाइन रिटेल को भी फायदा होगा क्योंकि खरीदार अब कई सेल फेज की उम्मीद कर रहे हैं। हमें इस फेस्टिव सीजन में स्मार्टफोन के लिए 4% वॉल्यूम और 7% वैल्यू ग्रोथ की उम्मीद है। प्रीमियम फोन की बिक्री से ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा।" उन्होंने आगे कहा, "क्विक कॉमर्स लास्ट-माइल फेस्टिव सेल्स के लिए एक नए जरिया के रूप में उभर रहा है।"
पाठक ने कहा, "हमारे अध्ययन के अनुसार, 65% लोग पिछले साल की तुलना में ज्यादा खर्च करने की योजना बना रहे हैं, जबकि 20-25 प्रतिशत लोग उसी ब्रांड पर खर्च करेंगे। कुल मिलाकर, जीएसटी और व्यक्तिगत कर का त्योहारी हैंडसेट की बिक्री पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।"
चौरसिया ने कहा कि Apple और Samsung त्योहारी सीजन में मजबूती के साथ एंट्री कर रहे हैं - Apple ब्रांड आकर्षण, फाइनेंसिंग-आधारित अपग्रेड्स और व्यापक खुदरा उपस्थिति के बल पर आगे बढ़ रहा है, जबकि Samsung अपने व्यापक पोर्टफोलियो, अनुशासित परिचालन और चैनल क्षमता पर निर्भर है।
उन्होंने आगे कहा, "चीनी ब्रांडों में, Oppo और Vivo को मजबूत रिटेल कन्वर्जन और प्रमोटर नेटवर्क का फायदा मिलता है, जबकि Xiaomi और Realme तेज वैल्यू और तेज रिफ्रेश साइकिल के साथ एंट्री और मिड-टियर में आक्रामक बने हुए हैं। आखिरकार, वे ब्रांड्स जो गहरे पोर्टफोलियो और मजबूत रिटेल एक्सिक्यूशन का संतुलन बनाएंगे, इस सीजन में सबसे अच्छी स्थिति में रहेंगे। "
उन्होंने कहा कि OnePlus, Motorola और Nothing मिड-प्रिमियम सेगमेंट में साफ-सुथरे वैल्चू प्रपजिशन के साथ चौंता सकते हैं।
खुदरा विक्रेता भी इस दौड़ में होंगे शामिल
सतर्क दृष्टिकोण के बावजूद, विश्लेषकों को उम्मीद है कि इस साल ऑफलाइन खुदरा व्यापार बेहतर रहेगा।
पाठक ने कहा, "यह पिछले साल से बेहतर होगा। बंडलिंग और फाइनेंस के कारण उन्हें बेहतर मांग देखने को मिल रही है। हमने 100 से ज़्यादा खुदरा विक्रेताओं का इंटरव्यू लिया, और उन्हें इस त्योहारी सीजन में वृद्धि की उम्मीद है। प्रीमियम खुदरा क्षेत्र में मुख्य चैनल में दो अंकों की वृद्धि देखी जाएगी।" पिछले वर्षों के विपरीत, अब ऑनलाइन प्रचार की पहली लहर के तुरंत बाद भौतिक खुदरा क्षेत्र में बिक्री शुरू हो जाती है।
चौरसिया ने कहा कि हैंडसेट कंपनियों और खुदरा विक्रेताओं का ध्यान विशिष्ट मॉडलों को आगे बढ़ाते हुए ब्रांड इक्विटी और एएसपी की सुरक्षा पर रहेगा। "दीवाली के बाद धीमी गति से चलने वाले उत्पादों पर और भी ज्यादा छूट दी जाएगी। एंड्रॉइड कंपनियां कीमतों में भारी कटौती के बजाय, बैंक कैशबैक, लंबी नो-कॉस्ट ईएमआई (18-24 महीने), ट्रेड-इन और उच्च-स्तरीय उत्पादों में कुछ बीमा बंडलिंग जैसी प्रभावी मूल्य रणनीतियों पर जोर देंगी।"
उन्होंने कहा कि विक्रेता खुदरा विक्रेताओं पर निर्भर हैं, जहां उपहार और फाइनेंसिंग से बिक्री बढ़ रही है, जबकि ऑनलाइन मांग कम है।
चौरसिया ने कहा, "ग्रामीण बाजार EMI और ट्रेड-इन के जरिए स्टॉक को अच्छी तरह से अपना रहे हैं, लेकिन शहरी मांग सावधानी से आगे बढ़ रही है। जीएसटी सुधारों से खुदरा विक्रेताओं की नकदी स्थिति बेहतर होगी, जिससे स्टॉक को सामान्य करने में मदद मिलेगी, बशर्ते दिवाली तक बिक्री सप्लाई से ज्यादा हो जाए।"
Samsung और Xiomi भी त्योहारी मांग पर भरोसा कर रहे हैं, और प्रीमियम स्मार्टफोन अपग्रेड पर ध्यान केंद्रित करते हुए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों के लिए ऑफर पेश कर रहे हैं।
Samsung टियर-3 और टियर-4 शहरों और ग्रामीण बाजारों से मजबूत मांगों की उम्मीद कर रहा है। कंपनी के अनुसार Galaxy Buds और वियरेबल्स जैसे इकोसिस्टम प्रोडक्ट्स वैल्यू ग्रोथ को बढ़ावा देंगे।
सैमसंग इंडिया के मोबाइल व्यवसाय प्रमुख राजू पुल्लन ने कहा, "अच्छी खपत और अच्छे मानसून के कारण टियर-3 और टियर-4 बाजारों में विकास दर मजबूत रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में बड़ी युवा आबादी है, जिनमें से कई अभी भी 4G पर हैं, और वे महत्वाकांक्षी होने के साथ-साथ तकनीक के जानकार भी हैं।"
Xiaomi अपने औसत विक्रय मूल्य (ASP) को बढ़ाने के लिए प्रीमियमीकरण पर भी जोर दे रही है।
Xiaomi India के चीफ बिजनेस ऑफिसर संदीप अरोड़ा ने कहा, "हम त्योहारी सीजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं। हमारी मुख्य प्राथमिकता ASP को आगे बढ़ाना है। हाल ही में हमने Redmi 15 लॉन्च किया है। इसके साथ ही, हम 15-20,000 रुपये के सेगमेंट में अपनी मज़बूत दावेदारी पेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि इसका असर हमें इस फेस्टिव क्वार्टर (Q4) और अगले साल भी देखने को मिलेगा।”
सैमसंग और Xiaomi दोनों ही ऑफलाइन रिटेल पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और मजबूत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।
पुल्लन ने कहा, "हम ऑफलाइन चैनल में भी निवेश बढ़ा रहे हैं। उदाहरण के लिए, हम अपने सैमसंग एक्सपीरियंस कंसल्टेंट (SEC) कार्यक्रम का 20% तक विस्तार कर रहे हैं, जो टियर-2, टियर-3 और कुछ टियर-4 शहरों को कवर करेगा।" 30,000 से ज्यादा खुदरा विक्रेताओं ने प्रमाणन कार्यक्रम पूरे कर लिए हैं।
उन्होंने कहा, "हम प्रमोटरों की संख्या भी बढ़ा रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि खुदरा विक्रेता AI सुविधाओं का प्रदर्शन कर सकें। किफायती होना भी महत्वपूर्ण है। हम विशेष त्योहारी योजनाएं भी शुरू कर रहे हैं।"
Xiaomi भी कुछ ऐसा ही कर रहा है। उसका ध्यान मुख्य साझेदारों के साथ कारोबार बढ़ाने पर है। अरोड़ा ने कहा, "उनकी हमसे मांग है कि हम न केवल मात्रा में बल्कि मूल्य में भी वृद्धि करें। वे इस चैनल में हमारे द्वारा किए जा रहे निवेश की सराहना करते हैं, जैसे कि अधिक प्रमोटर, अधिक डिस्प्ले काउंटर। यह हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।"
फिर भी, IDC को उम्मीद है कि जुलाई-सितंबर तिमाही में कुल मांग धीमी रहेगी, और दूसरी तिमाही में अच्छी शुरुआत और शुरुआती प्रोडक्ट लॉन्च के बाद 4.5-4.6 करोड़ यूनिट की स्थिर शिपमेंट का अनुमान है।
आईडीसी की विश्लेषक उपासना जोशी ने कहा, "2025 की पहली तिमाही में, बाजार की शुरुआत धीमी रही और बिक्री 5.5% घटकर 3.2 करोड़ यूनिट रह गई। ऐसा 2024 के त्योहारी सीजन से बची हुई इन्वेंट्री के कारण हुआ। हालांकि, दूसरी तिमाही में बाजार में तेजी लौटी और साल-दर-साल 7.3% की वृद्धि के साथ 3.7 करोड़ यूनिट हो गई।"
जोशी ने कहा कि भले ही मानसून सेल्स खत्म हो चुकी हैं, लेकिन अधिक इन्वेंट्री Q3 पर दबाव डाल सकती है। वहीं, इस साल दिवाली जल्दी आने के कारण Q4 की शिपमेंट्स मिड-टू-हाई सिंगल डिजिट तक घट सकती हैं। कुल मिलाकर, 2025 में स्मार्टफोन शिपमेंट्स 148–150 मिलियन यूनिट्स रहने का अनुमान है, जो 2024 की तुलना में 1–2% कम होगी।
कीमत के लिहाज से, 100 डॉलर से कम कीमत वाले फोनों की बिक्री मौजूदा मॉडलों से कुछ बढ़ सकती है, लेकिन 100-200 डॉलर की रेंज वाले फोनों की बिक्री में गिरावट आने की उम्मीद है।
200-400 डॉलर की रेंज स्थिर रह सकती है, जबकि 400 डॉलर से ज़्यादा कीमत वाले फ़ोनों में दो अंकों की मजबूत वृद्धि देखी जा सकती है।
जोशी ने कहा, "पिछली पीढ़ी के फ्लैगशिप फोन पर छूट, 2025 मॉडल पर प्राइस कट, और प्लेटफॉर्म प्रमोशन, बैंक ऑफर और ट्रेड-इन प्रोग्राम जैसे डील्स इस सेगमेंट को आगे बढ़ाएंगे।"
चौरासिया ने कहा, "त्योहारी सीजन की मांग दिवाली के बाद भी जारी रह सकती है। इसकी वजह है पोस्ट-फेस्टिव डील्स की तलाश और बड़े घरेलू उपकरणों पर जीएसटी कटौती। जिससे बड़े फॉर्मेट रिटेल स्टोर्स पर ग्राहकों की भीड़ और नकदी प्रवाह बढ़ा है। इससे रिटेलर्स को अपने प्रोडक्ट्स की रेंज बढ़ाने, बंडल ऑफर्स देने और बिना भारी डिस्काउंट के औसत बिक्री कीमत (ASP) बनाए रखने में मदद मिल रही है।"
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