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भारत बना अमेरिका का नंबर 1 स्मार्टफोन सप्लायर, पहली बार चीन को छोड़ा पीछे

भारत ने पहली बार चीन को पीछे छोड़ते हुए अमेरिका को सबसे ज्यादा स्मार्टफोन सप्लाई करने वाला देश बन गया है। ये बड़ी सफलता अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में मिली है। रिसर्च कंपनी Canalys की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में भेजे जाने वाले स्मार्टफोन्स में से 44% भारत में बने थे।

अपडेटेड Jul 29, 2025 पर 2:01 PM
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अमेरिका में बढ़ी Made in India फोन की डिमांड

India smartphone export 2025 : भारत ने पहली बार चीन को पीछे छोड़ते हुए अमेरिका को सबसे ज्यादा स्मार्टफोन सप्लाई करने वाला देश बन गया है। ये बड़ी सफलता अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में मिली है। रिसर्च कंपनी Canalys की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में भेजे जाने वाले स्मार्टफोन्स में से 44% भारत में बने थे, जबकि एक साल पहले ये आंकड़ा सिर्फ 13% था। वहीं, चीन की हिस्सेदारी 61% से घटकर 25% रह गई। मतलब भारत से अमेरिका को भेजे गए स्मार्टफोन में 240% की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।

बता दें कि चीन और अमेरिका के बीच चल रही टैरिफ वॉर के बीच भारत में बने स्मार्टफोन की अमेरिका में जबरदस्त डिमांड बढ़ रही है। जिस वजह से मेड इन इंडिया स्मार्टफोन के एक्सपोर्ट में जबरदस्त उछाल देखने को मिली है। साल 2024 से 2025 के बीच अमेरिका में जो स्मार्टफोन इंपोर्ट किए जा रहे हैं, उनमें चीन में बने फोन की हिस्सेदारी 61% से घटकर सिर्फ 25% रह गई है।

Apple बना गेमचेंजर


इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह Apple कंपनी है। कंपनी ने चीन पर निर्भरता कम करने के लिए भारत में iPhone बनाने और वहीं से अमेरिका भेजने की पॉलिसी अपनाई है। Canalys के एनालिस्ट संयम चौरसिया के मुताबिक, Apple ने 2025 की दूसरी तिमाही में अमेरिका के लिए सबसे ज्यादा स्मार्टफोन भारत में बनवाए। ये पहली बार है जब भारत अमेरिका के लिए सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बना है।

कंपनी ने iPhone 16 सीरीज के Pro मॉडल्स की मैन्युफैक्चरिंग भारत में शुरू कर दी है। हालांकि, अब भी कुछ हाई-लेवल मॉडल्स के लिए कंपनी चीन पर डिपेंड है, लेकिन बेसिक iPhone मॉडल अब भारत से ही बड़ी संख्या में अमेरिका भेजे जा रहे हैं।

Apple का 'चीन प्लस वन' प्लान

Apple का ये बदलाव उसके “China Plus One” प्लान का हिस्सा है, जिसके तहत कंपनी किसी एक देश पर पूरी तरह डिपेंड नहीं रहना चाहती। कंपनी ने 2025 की शुरुआत में अमेरिका को ज्यादा से ज्यादा फोन भेज दिए, ताकि अगर भविष्य में टैक्स या टैरिफ बढ़े तो दिक्कत न हो।

Samsung और Motorola ने भी बढ़ाई सप्लाई

Apple के अलावा Samsung और Motorola ने भी भारत से अमेरिका के लिए सप्लाई बढ़ाई है। हालांकि, इनका स्केल फिलहाल Apple के मुकाबले कम है। बता दें कि Motorola अब भी ज्यादा प्रोडक्शन चीन में करता है और Samsung वियतनाम पर डिपेंड है।

US मार्केट की हालत क्या है?

भले ही भारत से सप्लाई बढ़ गई हो, लेकिन अमेरिका में टोटल स्मार्टफोन की बिक्री में सिर्फ 1% की बढ़ोतरी हुई है। यानी लोग अभी ज्यादा फोन नहीं खरीद रहे हैं। इसकी वजह मानी जा रही है अमेरिका की कमजोर होती इकोनॉमी।

भारत से Apple की भारी कमाई

एक रिपोर्ट के मुताबिक, Apple ने अप्रैल-जून 2025 (Q1 FY26) के बीच भारत से 5 अरब डॉलर (लगभग 42000 करोड़ रुपये) के iPhones एक्सपोर्ट किए जो भारत से होने वाले कुल स्मार्टफोन एक्सपोर्ट का 70% है। पिछले साल यही आंकड़ा 3 अरब डॉलर था।

क्या है Apple की प्लानिंग?

Apple आने वाले सालों में भारत में अपना प्रोडक्शन और डबल करना चाहता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी 2026 तक भारत से ही अमेरिका के लिए 80 मिलियन iPhones एक्सपोर्ट करने का प्लान बना रही है। इसके लिए भारत में मैन्युफैक्चरिंग की स्पीड तेज करनी होगी।

भारत बन रहा स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग का हब

वहीं, Tata Electronics और Foxconn जैसी कंपनियों के प्रोडक्शन बढ़ाने से भारत का कुल स्मार्टफोन एक्सपोर्ट अप्रैल-जून 2025 की तिमाही में 7 अरब डॉलर के पार पहुंच गया। ये पिछले साल से 40% की बढ़ोतरी है। यानी साफ है कि भारत अब सिर्फ स्मार्टफोन का बड़ा उपभोक्ता नहीं बल्कि दुनिया को सप्लाई करने वाला बड़ा निर्माता बनता जा रहा है।

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