Vi Protect: अगर आप स्पैम और फ्रॉड कॉल से परेशान हैं, और आपको समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए। तो यह आर्टिकल आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, वोडाफोन आइडिया ने Vi Protect नाम की एक AI-पावर्ड इनिशिएटिव लॉन्च की है। जिसका काम स्पैम और साइबर अटैक के खिलाफ सुरक्षा को बेहतर बनाना है। ये घोषणा इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 (IMC 2025) में की गई। चलिए अब इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।
Vi Protect प्रोग्राम को कंज्यूमर, नेटवर्क और एंटरप्राइज यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि उन्हें स्पैम, स्कैम और साइबर अटैक्स से एक ही प्लेटफॉर्म के तहत सुरक्षा मिल सके। इस इनिशिएटिव के हिस्से के रूप में, AI-पावर्ड इनिशिएटिव में दो मेजर सिस्टम शामिल हैं- एक AI बेस्ड वॉयस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम और एक AI ड्रिवन साइबर डिफेंस और इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम। जहां स्पैम डिटेक्शन सिस्टम रियल टाइम में फ्रॉड कॉल्स की पहचान कर उन्हें फ्लैग करता है, वहीं नेटवर्क डिफेंस सिस्टम Vi के नेटवर्क और एंटरप्राइज ऑपरेशन्स को साइबर अटैक्स से बचाने में मदद करता है।
Vi का वॉयस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम कैसे काम करता है?
Voice Spam Detection System, AI मॉडल्स, वेब क्रॉलर और कस्टमर फीडबैक की मदद से रियल टाइम में स्पैम और फ्रॉड कॉल्स की पहचान करता है। जब कोई Unknown Number किसी Vi यूजर को कॉल करता है, तो कॉल स्क्रीन पर ‘Suspected Spam’ अलर्ट दिखता है, जिससे यूजर तय कर सकते हैं कि कॉल उठानी है या नहीं। थर्ड पार्टी कॉलर आईडी ऐप्स के विपरीत, ये फीचर सीधे Vi के नेटवर्क में इंटीग्रेटेड है।
Vi Protect प्रोग्राम के तहत यह सिस्टम न सिर्फ स्पैम कॉल्स बल्कि धोखाधड़ी वाले टेक्स्ट मैसेजेस को भी पहचानकर फ्लैग करता है। साथ ही, इसमें इंटरनेशनल कॉलिंग डिस्प्ले फीचर शामिल है, जिससे यूजर्स असली और नकली इंटरनेशनल कॉल्स को आसानी से अलग कर सकते हैं।
इसके अलावा, Vi का AI-पावर्ड थ्रेट एनालिसिस सिस्टम DNS, SMS और Voice Gateways से जुड़ा हुआ है, जो लगातार थ्रेट पैटर्न्स को एनालाइज कर संभावित खतरों का पता लगाता है।
Vi साइबर डिफेंस और इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम
Vi Protect Initiative के तहत, Vi ने एक उन्नत AI-पावर्ड साइबर डिफेंस और इंसीडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम पेश किया है, जिसका उद्देश्य अपने कोर नेटवर्क और एंटरप्राइज ऑपरेशंस को साइबर खतरों से सुरक्षित रखना है। यह सिस्टम Agentic और Generative AI मॉडल्स का उपयोग करता है, जिनके बारे में दावा किया गया है कि वे किसी भी साइबर खतरे का एक घंटे के भीतर पता लगाकर, उसका विश्लेषण कर, उसे निष्क्रिय करने में सक्षम हैं।
Vi का कहना है कि यह सिस्टम विशेष रूप से फॉल्स पॉजिटिव्स को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे सुरक्षा प्रक्रिया अधिक सटीक और प्रभावी बनती है। यह एक मल्टी-लेयर्ड डिफेंस मेकैनिज्म पर आधारित है, जो क्रमिक रूप से एनोमली डिटेक्शन, कंटेक्स्चुलाइजेशन, कैटेगरीजेशन, इंटरफेस इंजन एजेंट, सजेस्टिव इंटेलिजेंस और ह्यूमन वैलिडेशन जैसे चरणों के माध्यम से कार्य करता है।
Vi ने यह भी पुष्टि की है कि जल्द ही यह एडवांस्ड प्रोटेक्शन सिस्टम अपने एंटरप्राइज क्लाइंट्स तक भी पहुंचाया जाएगा, ताकि वे भी इस अत्याधुनिक सुरक्षा ढांचे का लाभ उठा सकें।
Vi के मुताबिक, उसके सिक्योरिटी सिस्टम्स ने अभी तक 600 मिलियन से ज्यादा स्पैम और स्कैम कॉल्स और मैसेजेस को फ्लैग किया है। कंपनी जल्द ही एक रियल-टाइम URL प्रोटेक्शन फीचर भी ला रही है, जो संदिग्ध लिंक को स्कैन और ब्लॉक कर फिशिंग अटैक्स और मैलवेयर इंफेक्शन से बचाव करेगा।