जापान में Google Pixel 7 फोन पर क्यों लगा बैन? क्या और मॉडल भी होंगे बंद? जानिए पूरा मामला
पैनटेक 2000 के दशक के अंत और 2010 की शुरुआत में एक जानी-मानी दक्षिण कोरियाई स्मार्टफोन ब्रांड थी। हालांकि, सैमसंग और एलजी जैसे ब्रांडों के बाजार पर हावी होने के कारण, पैनटेक आखिरकार मोबाइल हैंडसेट बाजार से बाहर हो गई। इसके बावजूद उसने अपनी बौद्धिक संपदा को बनाए रखा
Pixel 7 और Pixel 7a ने गूगल को जापान में बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में बड़ी मदद की
Google Pixel: जापान की टोक्यो डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने गूगल के Pixel 7 और Pixel 7 Pro स्मार्टफोन की बिक्री, प्रचार, इंपोर्ट और यहां तक कि सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने पाया कि इन फोन्स ने 4G LTE नेटवर्क में इस्तेमाल होने वाले एक खास पेटेंट किए गए कम्युनिकेशन नियम का उल्लंघन किया है। जापान गूगल के लिए सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय बाजारों में से एक है, इस फैसले से कंपनी के स्मार्टफोन की बिक्री के भविष्य पर बड़ा असर पड़ सकता है।
क्या है पूरा मामला?
यह मुकदमा दक्षिण कोरियाई कंपनी पैनटेक (Pantech) ने दायर किया था। यह मामला एक ऐसे पेटेंट से जुड़ा है कि मोबाइल फोन बेस स्टेशनों के साथ कैसे बातचीत करते हैं, वे 'स्वीकृति संकेत' (ACK) कैसे भेजते और प्राप्त करते हैं। यह तरीका 4G नेटवर्क में डेटा को सही तरीके से भेजने के लिए बहुत जरूरी है। यह खास तकनीक उन स्मार्टफोन के टेक्निकल रूप से जुड़ी है जो LTE कनेक्टिविटी का इस्तेमाल करते हैं।
हालांकि पैनटेक अब वैश्विक स्मार्टफोन हार्डवेयर कारोबार में नहीं है, लेकिन उसके पास अभी भी कई सक्रिय स्टैंडर्ड-एसेंशियल पेटेंट (SEPs) हैं। कंपनी का दावा है कि गूगल ने अपने Pixel 7 और Pixel 7 Pro में बिना जरूरी लाइसेंस लिए उसकी तकनीक का इस्तेमाल किया। टोक्यो कोर्ट इस बात से सहमत हुई और यह निष्कर्ष निकाला कि गूगल ने जापानी पेटेंट कानून का उल्लंघन किया है।
इस फैसले का असर केवल कमर्शियल बिक्री पर ही नहीं पड़ा है, बल्कि इसने Pixel 7 और Pixel 7 Pro के प्रचार, इंपोर्ट, ट्रांसफर और सार्वजनिक प्रदर्शन पर भी रोक लगा दी है। अब इन डिवाइस को जापान में रिटेल चैनलों के माध्यम से नहीं बेचा जा सकता है।
जज ने की Google के रवैये की आलोचना
तकनीकी पेटेंट के मुद्दे के अलावा, कोर्ट का फैसला कानूनी प्रक्रिया के दौरान गूगल के रवैये के आकलन से भी प्रभावित हुआ। पीठासीन न्यायाधीश ने कंपनी के व्यवहार की तीखी आलोचना करते हुए उसके दृष्टिकोण को 'बेईमान' बताया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बात ने कोर्ट के जवाब की गंभीरता को प्रभावित किया, जिससे वित्तीय दंड या समझौता कराने के बजाय सीधा प्रतिबंध लगा दिया गया।
जापानी कानूनी संस्कृति में बेईमानी के आरोप का बहुत महत्व है, जहां मुकदमेबाजी के दौरान सहयोग और पारदर्शिता को बहुत महत्व दिया जाता है। ET News के अनुसार, इस वजह से शुरुआत में अनुमान से कहीं अधिक प्रतिबंधात्मक फैसला आया होगा।
Pixel 8 और Pixel 9 पर भी आ सकती है मुसीबत!
फिलहाल यह फैसला सिर्फ Pixel 7 और Pixel 7 Pro पर लागू होता है, लेकिन पैनटेक और आइडियाहब ने पहले ही नए Pixel 8 लाइन और Pixel 9 सीरीज को निशाना बनाते हुए आगे की कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है। हालांकि जापानी अदालतों ने अभी तक उन मॉडलों पर कोई फैसला नहीं सुनाया है। यदि यह प्रतिबंध इन नए मॉडलों पर लागू होता है तो गूगल के लिए इसके परिणाम काफी अधिक नुकसानदायक हो सकते हैं।
जापान में यह फैसला गूगल के लिए क्यों मायने रखता है?
जापान गूगल के लिए कोई सामान्य बाजार नहीं है। पिछले कुछ सालों में, यह उत्तरी अमेरिका के बाहर कुछ देशों में से एक के रूप में उभरा है जहां पिक्सेल स्मार्टफोन ने महत्वपूर्ण पैठ बनाई है। Pixel 7 और Pixel 7a ने विशेष रूप से गूगल को जापान में बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में मदद की। काउंटरपॉइंट रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार, जापान ने 2023 की पहली तिमाही के दौरान पिक्सेल शिपमेंट में संयुक्त राज्य अमेरिका को पीछे छोड़ दिया था। जापान में गूगल के स्मार्टफोन की लोकप्रियता ने कंपनी को एप्पल को भी पछाड़कर देश में दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन ब्रांड बनने में मदद की है।
पैनटेक अब फोन नहीं बनाता पर कई पटेंट पर है अधिकार
पैनटेक 2000 के दशक के अंत और 2010 की शुरुआत में एक जानी-मानी दक्षिण कोरियाई स्मार्टफोन ब्रांड थी। हालांकि, सैमसंग और एलजी जैसे ब्रांडों के बाजार पर हावी होने के कारण, पैनटेक आखिरकार मोबाइल हैंडसेट बाजार से बाहर हो गई। इसके बावजूद, उसने अपनी बौद्धिक संपदा (IP) को बनाए रखा, जिसमें वायरलेस संचार प्रौद्योगिकियों के लिए महत्वपूर्ण पेटेंट भी शामिल थे।
हाल के वर्षों में, पैनटेक ने खुद को एक 'पेटेंट मुद्रीकरण व्यवसाय' में बदल दिया है। यह अब अदालतों के माध्यम से अपने मौजूदा बौद्धिक संपदा अधिकारों को लागू करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, अक्सर टेक उद्योग में बड़े खिलाड़ियों को निशाना बनाती है। कंपनी के कानूनी अभियान को आइडियाहब (IdeaHub) का समर्थन प्राप्त है, यह एक ऐसी फर्म है जो मूल्यवान प्रौद्योगिकी पेटेंटों की पहचान करने, खरीदने और उनका मुद्रीकरण करने में माहिर है।
पैनटेक और आइडियाहब द्वारा पहले भी कई कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है, जिनमें वनप्लस, नियांटिक (पोकेमॉन गो के डेवलपर) और स्मार्टफोन निर्माता BLU शामिल हैं। कुछ मामलों में समझौते हुए; दूसरों में, अदालती जीत हासिल हुई। गूगल के खिलाफ जापान का यह फैसला इस रणनीति के अधिक हाई-प्रोफाइल मामलों में से एक है।