दिल्ली और एनसीआर के लोगों को आने वाले दिनों में मौसम के मिजाज में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिन यानी 10 और 11 अप्रैल को क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ आंधी और हल्की बारिश की संभावना है। इसकी प्रमुख वजह पश्चिमी राजस्थान और उसके आसपास बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ को माना जा रहा है, जो पूरे उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है। इसी के चलते मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
ये चेतावनी खासतौर पर उन लोगों के लिए अहम है जो इन दिनों यात्रा की योजना बना रहे हैं या खुले में किसी आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। मौसम में ये बदलाव जहां गर्मी से थोड़ी राहत देगा, वहीं कुछ क्षेत्रों में सामान्य जनजीवन को भी प्रभावित कर सकता है।
अप्रैल में रिकॉर्ड बना रहा तापमान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.6 डिग्री अधिक है। ये बीते तीन वर्षों में अप्रैल महीने का सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान रहा। साल 2024 में ये 24 डिग्री, 2023 में 23.6 डिग्री और 2022 में 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
बदलेगा मौसम, मिलेगी लू से राहत
मौसम विभाग के अनुसार, 10 और 11 अप्रैल को दिल्ली में लू नहीं चलेगी। इन दिनों आसमान में बादल छाए रहेंगे और अचानक मौसम खराब हो सकता है। गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश या बौछारें पड़ने की संभावना है। हवाओं की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है। मौसम विभाग ने इन दोनों दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला रहेगा जारी
10 अप्रैल को दिल्ली में अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री और न्यूनतम 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। वहीं 11 और 12 अप्रैल को अधिकतम तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान क्रमश: 23-25 और 18-20 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
13-14 अप्रैल को फिर चढ़ेगा पारा
13 और 14 अप्रैल को तापमान में फिर बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। 13 अप्रैल को न्यूनतम तापमान 19-21 डिग्री और 14 अप्रैल को 21 से 23 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। 14 अप्रैल को तापमान और बढ़ेगा और अधिकतम तापमान 39 से 41 डिग्री और न्यूनतम 22 से 24 डिग्री सेल्सियस हो सकता है। इस दौरान हवाएं 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।