क्या आप जानते हैं कि गधी का दूध दुनिया के सबसे महंगे दूधों में गिना जाता है? इसकी कीमत विदेशों में करीब 5 हजार रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाती है, जो सुनकर किसी को भी हैरानी हो सकती है। लेकिन इसकी ऊंची कीमत के पीछे सिर्फ इसकी कमी या उत्पादन की कठिनाई नहीं, बल्कि इसके खास गुण भी जिम्मेदार हैं। गधी बहुत कम मात्रा में दूध देती है, इसलिए इसका मिलना वैसे ही मुश्किल है। इसके अलावा, इसका उपयोग हेल्थ सप्लीमेंट्स से लेकर स्किनकेयर और एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स तक में होने लगा है, जिससे इसकी मांग और बढ़ गई है।
माना जाता है कि इसमें ऐसे पोषक तत्व होते हैं जिन्हें शरीर आसानी से पचा लेता है और ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मददगार है। यही कारण है कि कम उत्पादन और ज्यादा मांग ने गधी के दूध को बेहद कीमती और खास बना दिया है।
गधियां अन्य दुधारू जानवरों की तुलना में बहुत कम दूध देती हैं। एक गधी दिन में ज्यादा से ज्यादा आधा किलो दूध देती है। इसलिए ये दूध बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं होता और इसकी कीमत महंगी होती है।
गधी का दूध जल्दी खराब हो जाता है। गाय, भैंस या बकरी के दूध की तरह इसका व्यापार लोकल मार्केट में नहीं होता। यही कारण है कि गधी का दूध और भी महंगा बिकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पोषक तत्व
गधी के दूध में ऐसे प्रोटीन होते हैं जो एलर्जी वाले लोगों के लिए फायदेमंद हैं। ये दूध शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कोशिकाओं की मरम्मत करने में मदद करता है।
ब्यूटी और एंटी-एजिंग प्रोडक्ट में इस्तेमाल
गधी के दूध का उपयोग ब्यूटी सप्लीमेंट्स और एंटी-एजिंग प्रोडक्ट बनाने में किया जाता है। इसके अलावा, गधी के दूध से बनने वाला पनीर दुनिया का सबसे महंगा पनीर माना जाता है। उत्तरी सर्बिया में इसका एक किलो पनीर करीब 70 हजार रुपये में बिकता है।