22 अप्रैल को अंधेरे में डूब जाएगी दिल्ली, सीएम रेखा गुप्ता ने की यह अपील

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्लीवासियों से अपील की है कि 22 अप्रैल को रात 8 बजे अपने घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों की बिजली पांच मिनट के लिए बंद करें। यह छोटा सा प्रयास पृथ्वी दिवस के अवसर पर पर्यावरण की रक्षा की दिशा में एक प्रभावशाली कदम साबित हो सकता है और जागरूकता भी बढ़ा सकता है

अपडेटेड Apr 22, 2025 पर 4:24 PM
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रेखा गुप्ता ने ये भी बताया कि दिल्ली में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है।

हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाने वाला अर्थ डे (पृथ्वी दिवस) हमें इस धरती के प्रति अपनी जिम्मेदारियों की याद दिलाता है। इसी मौके पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी के लोगों से एक खास और बेहद आसान अपील की है—रात 8 बजे केवल 5 मिनट के लिए बिजली बंद करें। ये सुनने में छोटा कदम लग सकता है, लेकिन इसका असर पर्यावरण पर बहुत बड़ा हो सकता है। सीएम का मानना है कि यह 5 मिनट का अंधकार न केवल ऊर्जा की बचत करेगा, बल्कि कार्बन उत्सर्जन में भी कमी लाकर हमें एक हरित और स्वच्छ भविष्य की ओर ले जाएगा।

उन्होंने लोगों को यह समझाने की कोशिश की है कि हमारे छोटे-छोटे प्रयास भी पृथ्वी के लिए वरदान बन सकते हैं। ये संदेश सिर्फ एक अपील नहीं, बल्कि एक आंदोलन की शुरुआत हो सकता है।

5 मिनट का अंधका


मुख्यमंत्री द्वारा जारी संदेश में बताया गया कि यदि दिल्लीवासी सिर्फ 5 मिनट के लिए बिजली बंद करते हैं, तो इससे प्रति मेगावॉट घंटे 0.727 टन तक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि ये 5 मिनट का अंधकार, हमारे भविष्य को रोशन बनाने का प्रतीक बन सकता है।

थीम: हमारी ऊर्जा – हमारा ग्रह

रेखा गुप्ता ने बताया कि इस साल अर्थ डे की थीम है – "हमारी ऊर्जा, हमारा ग्रह"। ये विचार हमें ये सोचने के लिए प्रेरित करता है कि क्या हमारी रोजमर्रा की आदतें पृथ्वी की सेहत को प्रभावित करती हैं? इसका उत्तर है – "हां", और वो भी बहुत गहराई से। इस समय जब पूरी दुनिया पर्यावरणीय संकट से जूझ रही है, हमें सिर्फ चिंता नहीं करनी चाहिए, बल्कि ठोस निर्णय लेने चाहिए।

चुनें बदलाव, जागरूकता और जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम चुनाव करें – जागरूकता का, जिम्मेदारी का और बदलाव का। हमारी आदतें न केवल हमें प्रभावित करती हैं, बल्कि पृथ्वी के भविष्य पर भी असर डालती हैं। इसीलिए हमें अपने जीवनशैली में छोटे-छोटे सकारात्मक बदलाव लाने होंगे।

दिल्ली की बढ़ती बिजली मांग और हमारी भूमिका

रेखा गुप्ता ने ये भी बताया कि दिल्ली में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। पिछले साल ये मांग 8656 मेगावॉट थी, जो इस साल 9000 मेगावॉट तक पहुंच सकती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, लेकिन साथ ही नागरिकों की ये जिम्मेदारी है कि वे ऊर्जा का विवेकपूर्ण और जिम्मेदारी से उपयोग करें।

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First Published: Apr 22, 2025 4:24 PM

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