नई दिल्ली की प्रसिद्ध फतेहपुरी मस्जिद में भी भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जमा हुए। वहां के माहौल में खुशी और उमंग की झलक देखने को मिली। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को मिठाइयों के साथ ईद की शुभकामनाएं दीं।
ईद का सबसे ज्यादा उत्साह बच्चों में देखने को मिला। बच्चों की मुस्कान ने इस त्यौहार की खुशियों को और भी बढ़ा दिया।
रविवार की शाम चांदनी चौक स्थित फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने ईद का चांद देखने की घोषणा की। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, झारखंड और बिहार समेत कई राज्यों में चांद दिखाई दिया, जिसके बाद सोमवार को धूमधाम से ईद मनाई गई।
ईद से पहले दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में खासा उत्साह देखने को मिला। लोग सेवइयां, मेवे, नए कपड़े और अन्य सामानों की खरीदारी करते नजर आए। दुकानों पर भारी भीड़ थी, जिससे बाजारों की रौनक देखते ही बन रही थी।
ईद के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने कमर कस ली थी। शहर के प्रमुख मस्जिदों और बाजारों में जवानों की तैनाती की गई, जिससे त्योहार में कोई बाधा न आए।
भारत में इस साल 30 मार्च की रात चांद नजर आया, जिसके बाद 31 मार्च को पूरे देश में ईद की खुशियां मनाई गईं। हर राज्य में मस्जिदों में लोगों का हुजूम उमड़ा और ईद की नमाज अदा की गई।
रविवार रात चांद दिखने के बाद जैसे ही ईद का ऐलान हुआ, लोग खुशियों से झूम उठे। मस्जिदों में नमाज के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर बधाइयां देते नजर आए।
ईद की नमाज के दौरान दुनिया भर में अमन और शांति की दुआ मांगी गई। धार्मिक गुरुओं ने सभी से प्रेम और भाईचारे के साथ रहने की अपील की।
देश के कोने-कोने से लोग दिल्ली की जामा मस्जिद पहुंचे और यहां की भव्यता के बीच ईद की नमाज अदा की। इस ऐतिहासिक मस्जिद के प्रांगण में खुशी और उल्लास का अद्भुत नजारा देखने को मिला।
ईद के खास मौके पर बड़ों ने बच्चों को ईदी देकर उनका उत्साह दोगुना कर दिया। बच्चों के हाथों में नोटों की गड्डियां और चेहरे पर खुशी की चमक देखते ही बन रही थी।
ईद सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भाईचारे और प्रेम का संदेश भी देती है। इस मौके पर लोग एक-दूसरे से गले मिलकर पुराने गिले-शिकवे मिटाते दिखे और रिश्तों को और मजबूत बनाया।