Heavy Rain Alert: पूरे देश में एक्टिव हुआ मानसून, अगले 7 दिन भारी बारिश और तूफानी हवाओं का अलर्ट
Heavy Rain Alert: पूर्व और मध्य भारत में भारी बारिश का पूर्वानुमान है, जिसमें झारखंड और ओडिशा में हालात बेहद गंभीर हो सकते हैं। उत्तर-पश्चिम भारत में भी ऐसा ही मौसम देखने को मिलेगा, खासकर उत्तराखंड में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए अलर्ट जारी किया है
Heavy Rain Alert: 2 से 5 जुलाई के बीच कर्नाटक के कई हिस्सों में भी भारी बारिश का अनुमान है।
इस बार मानसून ने देशभर में समय से पहले दस्तक देकर मौसम में बड़ा बदलाव ला दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, जहां हर साल 8 जुलाई तक पूरे देश में मानसून पहुंचता है, वहीं इस बार ये प्रक्रिया 9 दिन पहले ही पूरी हो चुकी है। मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने के साथ ही कई राज्यों में तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके चलते मौसम विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों के लिए भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अलग-अलग क्षेत्रों में तेज हवाओं, गरज-चमक और बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है।
आने वाले दिनों में कई राज्यों में भारी वर्षा की संभावना है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। आइए जानें कि देश के किन हिस्सों में मानसून कितना सक्रिय है और किन राज्यों में बारिश का जोर देखने को मिल सकता है।
झारखंड, ओडिशा और मध्य भारत में मूसलधार बारिश का अलर्ट
पूर्व और मध्य भारत में मानसून की पकड़ मजबूत होती जा रही है। 29 और 30 जून को झारखंड के कुछ हिस्सों में 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है। इसी तरह 29 जून को ओडिशा में भी भारी से अति भारी बारिश का अनुमान है। इसके अलावा बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 5 जुलाई तक रुक-रुक कर भारी बारिश होती रहेगी। इस दौरान तेज हवाएं (30–40 किमी प्रति घंटे), बिजली गिरने और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश की चेतावनी
उत्तर भारत के लिए भी मौसम विभाग का पूर्वानुमान गंभीर संकेत दे रहा है। 29 जून से 3 जुलाई तक उत्तराखंड, और 29-30 जून को हिमाचल प्रदेश, पंजाब व हरियाणा में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी चुनिंदा दिनों में बारिश तेज होगी। इसके चलते भूस्खलन और जलभराव की स्थिति बन सकती है, खासकर पहाड़ी इलाकों में।
कोकण, महाराष्ट्र और गुजरात में झमाझम बारिश
पश्चिमी भारत में भी मानसून पूरी रफ्तार में है। कोकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्र और गुजरात में अगले सात दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 29 और 30 जून को मराठवाड़ा में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है। इस क्षेत्र में मानसून के सक्रिय रहने से फसलों और जलस्रोतों के लिए ये समय काफी महत्वपूर्ण हो सकता है।
गरज-चमक के साथ लगातार बारिश जारी
पूर्वोत्तर भारत में 2 जुलाई से 5 जुलाई के बीच भारी से बहुत भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की भी आशंका है। यहां की नदियों के जलस्तर पर भी नजर बनाए रखने की जरूरत है।
केरल-कर्नाटक में भीगेंगे कोस्टल और इनलैंड इलाके
दक्षिण भारत में मानसून धीरे-धीरे सक्रिय हो रहा है। 29 जून, 3 और 4 जुलाई को केरल व माहे में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा 2 से 5 जुलाई के बीच कर्नाटक के कई हिस्सों में भी भारी बारिश का अनुमान है। इस दौरान क्षेत्र में 40–50 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चलेंगी और समुद्र में लहरें उफान पर रहेंगी।
पूरे देश में फैल चुका है सिस्टम
इस साल मानसून ने सभी राज्यों में समय से पहले प्रवेश कर लिया है। राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के बाकी हिस्सों में मानसून ने 28 जून तक पूरी तरह से दस्तक दे दी। वर्तमान में मानसून ट्रफ रेखा फिरोजपुर, सोनीपत, अयोध्या, गया और पुरुलिया होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, जहां एक लो-प्रेशर सिस्टम भी बना हुआ है। इससे लगातार बारिश की स्थिति बनी हुई है।
अलर्ट में रहें, खासकर पहाड़ी और नदी किनारे वाले इलाकों में
IMD की रिपोर्ट के अनुसार अगले 5–7 दिनों तक देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिजाज बेहद बदलता रहेगा। ऐसे में प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर भूस्खलन संभावित क्षेत्रों, जलजमाव वाले इलाकों और निचले मैदानी इलाकों में।