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'गालियों से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता', एक ही दुल्हन से शादी करने वाले हिमाचल के भाइयों ने आखिरकार तोड़ी चुप्पी

नवविवाहित दूल्हों में से एक प्रदीप नेगी ने बताया कि यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और भविष्य में भी जारी रहेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जोड़ीदार प्रथा सिर्फ उनके इलाके तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के जौनसार-बावर में भी प्रचलित है। उन्होंने बताया कि ऐसी कई शादियों में दोनों दूल्हे एक-दूसरे को माला पहनाते हैं

अपडेटेड Aug 07, 2025 पर 3:17 PM
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एक ही दुल्हन से शादी करने वाले हिमाचल के भाइयों ने आखिरकार तोड़ी चुप्पी

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई गांव के दो भाई एक ही महिला से शादी करके हाल ही सुर्खियों में आ गए थे। यह एक अनोखा रिश्ता है, जिसने देश-विदेश के मीडिया का ध्यान खींचा। हफ्तों की चुप्पी के बाद, अब दोनों भाइयों ने खुलकर अपनी बात रखी है। 'जोड़ीदार प्रथा' के नाम से जानी जाने वाली इस प्रथा में कई भाई एक ही महिला से शादी करते हैं।

नवविवाहित दूल्हों में से एक प्रदीप नेगी ने बताया कि यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और भविष्य में भी जारी रहेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जोड़ीदार प्रथा सिर्फ उनके इलाके तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के जौनसार-बावर में भी प्रचलित है। उन्होंने बताया कि ऐसी कई शादियों में दोनों दूल्हे एक-दूसरे को माला पहनाते हैं।

प्रदीप के भाई कपिल नेगी ने साफ किया कि कुछ राज्यों में जबरन विवाह के उलट, उनकी शादी सहमति से हुई थी। दोनों भाई और उनकी दुल्हन इस व्यवस्था से सहमत हैं, और उनका परिवार इस शादी का पूरा समर्थन करता है।


सोशल मीडिया पर आलोचनाओं के बावजूद, प्रदीप अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए अडिग और प्रतिबद्ध हैं। प्रदीप कहते हैं, "कुछ लोग सोशल मीडिया पर हमें गालियां दे रहे हैं, लेकिन मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।"

उन्होंने आगे कहा, "मैं अपनी संस्कृति और रीति-रिवाजों को बढ़ावा देता रहूंगा। जो लोग हमारी परंपराओं के बारे में कुछ नहीं जानते, वे भी अपनी राय देने की कोशिश कर रहे हैं। यह शादी हम सबकी सहमति से हुई है और हमारा परिवार और समाज दोनों खुश हैं।"

प्रदीप ने बताया कि वे एक गरीब परिवार से हैं, जिनके पास बहुत कम संपत्ति है और शोहरत की कोई चाहत नहीं है। उनके भाई कपिल नेगी ने कहा, "हमने खबरों में आने के लिए शादी नहीं की थी। कई परिवारों में दो भाई एक ही महिला से शादी करते हैं, लेकिन हमारी शादी मीडिया में आने के बाद ही चर्चा का विषय बनी।"

प्रदीप ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और अपने सांस्कृतिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए इस शादी का फैसला किया है। उन्होंने कहा, "इस शादी का मकसद बस साथ रहना और आपसी प्यार बनाए रखना है। हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे नेगेटिव कमेंट न करें, हमारी अपनी जिंदगी है और हम उसमें खुश हैं।"

दोनों परिवारों और स्थानीय समाज की सहमति से 12 से 14 जुलाई के बीच यह शादी संपन्न हुई। शिलाई गांव के थिंडो परिवार के नेगी भाइयों ने कुन्हाट गांव की सुनीता से पूरे रीति-रिवाजों के साथ शादी की। प्रदीप जल शक्ति विभाग में काम करते हैं, जबकि कपिल विदेश में शेफ का काम करते हैं।

हाटी समुदाय में एक ही स्त्री से कई भाइयों के शादी करने की परंपरा का उद्देश्य परिवार में संपत्ति और जमीन के बंटवारे को रोकना होता है। ऐतिहासिक रूप से, पांच भाई एक ही स्त्री से विवाह कर सकते थे, हालांकि समय के साथ यह प्रथा कम हो गई है।

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