Get App

जिस सांप का जहर 15 मिनट में लेता है इंसानों की जान! उसके बारे में सुलझा 188 साल पुराना रहस्य

King Cobra: किंग कोबरा की सभी चार नई पहचानी गई प्रजातियां दुनिया के सबसे जहरीले सरीसृपों में शामिल हैं। जब ये सांप काटते हैं, तो इतनी ज्यादा मात्रा में जहर छोड़ते हैं कि एक वयस्क इंसान की जान सिर्फ 15 मिनट में जा सकती है। एक रिसर्च में सामने आया कि किंग कोबरा वास्तव में चार अलग-अलग प्रजातियों में बांटा गया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 15, 2025 पर 10:54 PM
जिस सांप का जहर 15 मिनट में लेता है इंसानों की जान! उसके बारे में सुलझा 188 साल पुराना रहस्य
वैज्ञानिकों ने किंग कोबरा के पूरे इलाके से जुटाए गए नमूनों का डीएनए जांच किया (Photo Credit: Canva)

King Cobra: किंग कोबरा को दुनिया का सबसे लंबा और सबसे खतरनाक सांप माना जाता है। ये सांप लंबे समय से वैज्ञानिकों के लिए रहस्य बना हुआ था। अब लगभग 188 साल बाद इस रहस्य पर से पर्दा उठ गया है। आज से लगभग 200 साल तक किंग कोबरा को सिर्फ एक ही सांप की प्रजाति माना गया था, जिसका नाम 'ओफियोफैगस हन्ना' था। किंग कोबरा सांप अपनी 18 फीट तक की लंबाई, जहरीले डसने की ताकत और रहस्यमय छवि के कारण काफी मशहूर रहा है। लेकिन हाल ही में वैज्ञानिकों ने इसकी पहचान को लेकर एक बड़ी खोज की है।

16 अक्टूबर 2023 को यूरोपियन जर्नल ऑफ टैक्सोनॉमी में प्रकाशित एक रिसर्च में सामने आया कि किंग कोबरा वास्तव में चार अलग-अलग प्रजातियों में बांटा गया है। यह नतीजा डीएनए जांच और इनके शरीर की बनावट पर गहराई से की गई स्टडी के बाद सामने आया, जिसने इस सांप को लेकर अब तक की सोच को पूरी तरह बदल दिया है।

कब शुरू हुआ रिसर्च

इस नई खोज की शुरुआत 2021 में हुई, जब वैज्ञानिकों ने किंग कोबरा के पूरे इलाके से जुटाए गए नमूनों का डीएनए जांच किया। तब उन्हें इसके चार अलग-अलग वंशों की पहचान की गई थी, लेकिन उन्हें केवल संभावित प्रजातियां माना गया क्योंकि शारीरिक बनावट से जुड़े पर्याप्त सबूत नहीं थे। इस अधूरे काम को आगे बढ़ाते हुए शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के 153 म्यूजियम में रखे किंग कोबरा के सैंपल की गहराई से जांच की। उन्होंने सांपों की त्वचा के पैटर्न, रंग, दांतों, शरीर की रचना और धारियों जैसे कई पहलुओं का एनालिसिस किया। आनुवंशिक और शारीरिक जानकारियों को जोड़ते हुए अब वैज्ञानिकों ने इन चारों को आधिकारिक रूप से अलग-अलग प्रजातियों के तौर पर मान्यता दे दी है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें