सुनहरे रेगिस्तान में 30 साल के लंबे अंतराल के बाद दुर्लभ कैरेकल बिल्ली नजर आई है। यह जंगली बिल्ली भारत में विलुप्ति के कगार पर है और इसकी संख्या लगभग 50 ही बची है। जैसलमेर के सम क्षेत्र में शिक्षक अजीत चारण ने हाल ही में इस बिल्ली के बच्चे को देखा और उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। वन विभाग अब इसकी संरक्षण और आवास की रक्षा के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है।