Credit Cards

ASI Suicide: मध्य प्रदेश के दतिया में ASI ने लगाई फांसी! आत्महत्या से पहले वीडियो में थाना प्रभारी समेत अन्य पर लगाए संगीन आरोप

ASI Suicide Case: खुदकुशी से पहले असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) प्रमोद पावन ने एक वीडियो शूट किया, जिसमें उन्होंने पुलिस के संरक्षण में चल रहीं अवैध गतिविधियों का खुलासा किया है। इस वीडियो में ASI ने पुलिस अधिकारियों और रेत माफिया के बीच गठजोड़ का भी खुलासा किया है। अपने सरकारी आवास में मंगलवार तड़के 51 वर्षीय पवन ने आत्महत्या से पहले तीन वीडियो बनाए

अपडेटेड Jul 23, 2025 पर 9:17 AM
Story continues below Advertisement
ASI Suicide Case: पुलिस की वर्दी पहने हुए ASI प्रमोद पवन ने अपने रिकॉर्ड किए गए वीडियो में अधिकारियों पर संगीन आरोप लगाए हैं

ASI Suicide Case: मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां दतिया जिले के गोंदन थाने में तैनात असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) प्रमोद पावन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। खुदकुशी से पहले ASI ने वीडियो शूट किया, जिसमें उन्होंने पुलिस के संरक्षण में चल रहीं अवैध गतिविधियों का खुलासा किया है। इस वीडियो में ASI ने पुलिस अधिकारियों और रेत माफिया के बीच गठजोड़ का भी खुलासा किया है। अपने सरकारी आवास में मंगलवार तड़के 51 वर्षीय प्रमोद पवन ने आत्महत्या से पहले तीन वीडियो बनाए।

रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने वीडियो बनाकर अपने बेटे धीरेंद्र सहित कुछ लोगों को भेजे। इसमें उन्होंने गोंदन थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया और थरेट थाना प्रभारी अनफासुल हसन के साथ गोंदन थाने के कांस्टेबल-ड्राइवर रूपनारायण यादव उर्फ लकी और रेत कारोबारी बबलू यादव उर्फ अरविंद यादव पर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। ASI ने इन अधिकारियों पर अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने के गंभीर आरोप लगाए हैं।

पुलिसकर्मी अपने सरकारी आवास में फंदे से लटके पाए गए। लेकिन आत्महत्या से पहले उनके द्वारा पोस्ट किए गए कुछ भयावह वीडियो ने पूरे एमपी को झकझोर कर रख दिया है। इन वीडियो में उन्होंने थाने में तैनात पुलिस अधिकारियों और स्थानीय रेत माफियाओं के नाम लिए हैं। उन्होंने उन पर मानसिक उत्पीड़न, जातिगत भेदभाव और यहां तक कि जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है


अधिकारियों पर रेत माफिया से कनेक्शन के आरोप

पुलिस की वर्दी पहने हुए ASI प्रमोद पवन ने अपने रिकॉर्ड किए गए वीडियो में आरोप लगाया है कि गोंदन थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया, कांस्टेबल-ड्राइवर रूप नारायण यादव और थरेट थाना प्रभारी अनफासुल हसन ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उनका दावा है कि यह प्रताड़ना तब शुरू हुआ जब उन्होंने स्थानीय माफिया सदस्य बबलू यादव से जुड़े अवैध रूप से खनन की गई रेत ले जा रहे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोका।

प्रमोद पवन ने एक वीडियो में आरोप लगाया है, "तब से मुझे लगातार परेशान किया जा रहा है। मुझे आधार या समग्र कार्ड बनवाने के लिए भी थाने से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। मुझ पर रोज़ाना जातिवादी गालियाँ दी जाती हैं। मैं ठीक से खाना भी नहीं खा पा रहा हूँ। बबलू यादव समेत इन लोगों ने मुझे ट्रैक्टर से कुचलकर जान से मारने की धमकी दी है।"

कथित आत्महत्या से ठीक पहले रिकॉर्ड किए गए एक अन्य वीडियो में पवन ने अवैध जुए के अड्डों के संचालन का खुलासा किया है। उन्हें कथित तौर पर उन्हीं अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने रघु यादव, राम लखन यादव और रामराजा यादव को अवैध जुए के प्रमुख संचालक बताया है। उन्हें कथित तौर पर भदौरिया और यादव का संरक्षण प्राप्त है।

उन्होंने आगे दावा किया है कि 2024 में नरेंद्र यादव की हत्या सहित कई हत्याएं इन अवैध अड्डों से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि अगर कांस्टेबल रूप नारायण यादव के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जाए, तो हत्या के महत्वपूर्ण सबूत सामने आएंगे।

थाना प्रभारी पर एक्शन

गोंदन थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया को पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए डिप्टी एसपी के नेतृत्व में जांच के आदेश दिए गए हैं। NDTV से बात करते हुए, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) उमेश गर्ग ने कहा, "हमें आज सुबह सूचना मिली कि उन्होंने कल रात आत्महत्या कर ली। सभी वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। जांच जारी है। उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। हर वीडियो की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उनके द्वारा शेयर किए गए दस्तावेजों की भी गहन जांच की जाएगी। एक निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाएगी"

ये भी पढ़ें- Heavy Rain Alert: यूपी के इन जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।