फ्रांस के छोटे से कस्बे नेरसैक में एक ऐसी खौफनाक घटना सामने आई है, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया। एक 9 साल का मासूम बच्चा दो साल तक एक ठंडे और वीरान फ्लैट में अकेला रहा, क्योंकि उसकी मां उसे छोड़कर अपने बॉयफ्रेंड के साथ रहने चली गई। 2020 से 2022 तक ये बच्चा सिर्फ मिठाइयों, डिब्बाबंद खाने और पड़ोसियों की थोड़ी बहुत मदद के सहारे जिंदा रहा, जबकि उसकी मां महज 5 किलोमीटर की दूरी पर अपने प्रेमी के साथ आराम से जिंदगी बिता रही थी। हैरानी की बात ये थी कि मां कभी-कभी उसे देखने और खाने का सामान देने आ जाती थी,
लेकिन उसे अपने साथ ले जाने की कभी कोशिश नहीं की। जब पड़ोसियों को शक हुआ और पुलिस बुलाई गई, तब इस दर्दनाक सच्चाई का खुलासा हुआ। इस घटना ने हर किसी को हैरान और गुस्से से भर दिया।
फेंके हुए पैकेट और सन्नाटे ने खोली पोल
जब पड़ोसियों को शक हुआ, तो उन्होंने पुलिस को बुलाया। जैसे ही पुलिस ने फ्लैट के दरवाजे खोले, अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था। खाली फ्रिज, फेंके हुए केक के रैपर और कूड़े से भरी जगह इस बात का सबूत दे रहे थे कि यहां महीनों से कोई वयस्क मौजूद नहीं था। बच्चे के पैरेंट्स का कोई सामान, न कपड़े, न जूते और न ही टूथब्रश – कुछ भी नहीं था। जब पुलिस ने मासूम से सवाल किए, तो उसने बताया कि वो पिछले दो सालों से अकेला रह रहा था और उसकी मां कभी-कभी खाने का सामान देने आ जाती थी। यह सुनकर पुलिस और पड़ोसी हैरान रह गए – कोई मां अपने बच्चे को इस हाल में कैसे छोड़ सकती है?
पुलिस ने जब 39 वर्षीय मां एलेक्जेंड्रा को ढूंढना शुरू किया, तो पता चला कि वो पास के ही शहर सिरुइल में अपने बॉयफ्रेंड के घर पर रह रही थी। पूछताछ में उसने सफाई दी कि उसका बेटा हमेशा उसके साथ ही रहता था और वो झूठ बोल रहा है। लेकिन जब पुलिस ने उसके फोन की लोकेशन चेक की, तो सच्चाई सामने आ गई – वो लगातार अपने प्रेमी के घर पर ही थी और बेटे के पास कभी-कभार ही जाती थी।
कोर्ट में जब जज ने महिला से पूछा कि उसका बेटा क्यों कह रहा है कि वो दो साल से अकेला था? तो उसने सिर्फ इतना कहा – "मुझे नहीं पता वो ऐसा क्यों कहता है।" लेकिन फोन डेटा और पड़ोसियों की गवाही ने उसे झूठा साबित कर दिया।
मां को मिली सजा, लेकिन बच्चे ने तोड़ लिए सारे रिश्ते
कोर्ट ने महिला को 18 महीने की सस्पेंडेड सजा सुनाई। उसे जेल नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन 6 महीने तक इलेक्ट्रॉनिक एंकल ब्रेसलेट पहनना होगा और पुलिस की निगरानी में रहना होगा। दूसरी तरफ, लड़के को पिछले साल फोस्टर केयर में रखा गया और उसकी मां उसे अब तक सिर्फ दो बार मिलने आई। अब इस मासूम ने अपनी मां से हर रिश्ता तोड़ लिया है। जिस स्कूल में वह पढ़ता है, वहां के एक शिक्षक ने कहा – "वो जरूरत से ज्यादा मजबूत और आत्मनिर्भर हो गया है।" बिना हीटर के ठंड झेलना, ठंडे पानी से नहाना और अकेले अंधेरे में रहना – इन सबने उसे कम उम्र में ही बड़ा बना दिया।
लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि इतनी तकलीफों के बावजूद वो हर दिन स्कूल जाता था और इतना अच्छा प्रदर्शन करता था कि किसी को उसकी हालत का अंदाजा तक नहीं हुआ। इस घटना ने दुनिया भर के लोगों को झकझोर कर रख दिया।