मेघालय पुलिस ने इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांचकर्ताओं ने खुलासा किया कि हत्यारों ने एक अज्ञात महिला की हत्या करने और उसके शव को जलाने की प्लानिंग की थी, ताकि यह पता चले कि वह राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी है। पुलिस ने कहा कि इसका उद्देश्य सोनम को सच्चाई सामने आने से पहले छिपने के लिए और ज्यादा समय देना था। पूर्वी खासी हिल्स के SP विवेक सायम ने कहा कि राज कुशवाह हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड था और सोनम रघुवंशी उसकी साथी है।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, राजा रघुवंशी को खत्म करने की पूरी साजिश उनकी शादी से कुछ समय पहले इंदौर में तय हुई थी। आरोपी ने बताया कि राजा की हत्या से पहले हत्या से जुड़ी तीन और योजनाएं भी बनाई गई थीं, जो पूरी नहीं हो सकीं।
सायम ने कहा कि राज कुशवाहा सहित गिरफ्तार किए गए चारों हत्यारे सोनम और राज के दोस्त हैं, जिनमें से एक राज का चचेरा भाई है। हत्या की योजना शादी से तीन महीने पहले फरवरी में ही बननी शुरू हो गई थी। सोनम 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पहुंची और आत्मसमर्पण कर दिया, जो कि करीब 1,200 किलोमीटर दूर है।
किसी महिला की हत्या कर उसे सोनम बताने की योजना
अधिकारी ने यह भी कहा कि एक योजना लोगों को यह विश्वास दिलाने की थी कि सोनम नदी में बह गई, जबकि दूसरी योजना किसी भी महिला की हत्या कर उसके शव को सोनम के स्कूटर में रखकर उसे जला देने और यह दावा करने की थी कि यह सोनम का शव है।
ये तीनों 19 मई को नवविवाहित जोड़े के असम पहुंचने से कुछ दिन पहले पहुंचा था, और उन्होंने शुरू में राजा को गुवाहाटी में कहीं खत्म करने की योजना बनाई थी। रिपोर्ट के अनुसार, क्योंकि दोनों योजनाएं सफल नहीं हुईं, इसलिए उन्होंने शिलांग और फिर सोहरा आने की योजना बनाई।
वे सभी नोंग्रियाट में मिले और एक साथ वेइसाडोंग फॉल्स के लिए चल पड़े। वहां तीनों ने पार्किंग में राजा पर चाकू से हमला किया और सोनम के सामने उसकी हत्या कर दी और शव को एक खाई में फेंक दिया।
सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) ने आकाश को वह रेनकोट दे दिया, जो उसने पहना हुआ था, क्योंकि उसकी शर्ट पर खून के धब्बे थे। वे वीसावडोंग से स्कूटर लेकर चले गए, और आकाश ने बाद में रेनकोट फेंक दिया क्योंकि उस पर भी खून के धब्बे थे।
राज ने विशाल चौहान के जरिए सोनम को बुर्का दिया और उसने इसका इस्तेमाल शिलांग से इंदौर तक की यात्रा के लिए किया। बाद में एक टूर गाइड ने दावा किया कि उसने सोनम और राज को तीन अन्य लोगों के साथ देखा था।
राज ने उसे इंदौर छोड़कर सिलीगुड़ी में फिर से आने को कहा और खुद को अपहरण की शिकार बताया। लेकिन 8 जून को आकाश की गिरफ्तारी के बाद राज घबरा गया और उसने सोनम से उसके परिवार को फोन करवाकर कहा कि वह अपहरण से बच गई है। इसके बाद सोनम गाजीपुर में दिखाई दी और बाद में उसे हिरासत में ले लिया गया।