दुनिया में ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) सबसे ज्यादा होने वाले कैंसर में से एक है। हर साल इस बीमारी से लाखों महिलाओं की मौत होती है। ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में एक नई उम्मीद ब्राजील के वैज्ञानिकों ने जगाई है। उन्होंने अमेजन के एक दुर्लभ बिच्छू 'ब्रॉथेस अमेज़ोनिकस' (Brotheas amazonicus) के जहर में एक खास अणु खोजा है। एक ऐसा अणु पाया है जो ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में मददगार हो सकता है। इस अणु का नाम BamazScplp1 है। इसकी खासियत यह है कि यह सिर्फ कैंसर कोशिकाओं को ही निशाना बनाता है, जबकि शरीर की सामान्य कोशिकाओं को नुकसान नहीं पहुंचाता।
ब्राजील के वैज्ञानिकों ने की खोज
साओ पाउलो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने इस अणु की तुलना कैंसर की एक आम दवा पैक्लिटैक्सेल से की। शुरुआती लैब टेस्ट में यह दोनों ही स्तन कैंसर की कोशिकाओं को खत्म करने में उतने ही असरदार साबित हुए। यह खोज कैंसर के सुरक्षित और असरदार इलाज की दिशा में एक बड़ी उम्मीद जगाती है। मुख्य वैज्ञानिक प्रोफेसर एलियन एरेंटेस ने बताया कि उन्होंने इस रिसर्च में यीस्ट (खमीर) की एक खास प्रजाति पिचिया पास्टोरिस का इस्तेमाल किया। यह तकनीक बायोटेक इंडस्ट्री में पहले से ही भरोसेमंद मानी जाती है और इसकी मदद से बिना किसी जानवर को नुकसान पहुंचाए BamazScplp1 अणु का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जा सकता है।
हर साल लाखों महिलाओं की होती है मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर दुनिया की महिलाओं में सबसे आम कैंसर है और कैंसर से होने वाली मौतों में दूसरा सबसे बड़ा कारण है। साल 2022 में दुनिया भर में 2.3 मिलियन नए मामले सामने आए और करीब 6.7 लाख महिलाओं की मौत हुई। अनुमान है कि 2050 तक यह संख्या बढ़कर 3.2 मिलियन नए मामले और हर साल 1 मिलियन से ज़्यादा मौतें हो सकती हैं।
BamazScplp1 की खोज ने ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में एक नई उम्मीद की किरण दिखायी है। हालांकि यह रिसर्च अभी शुरुआती चरण में है और इसे लेकर अभी जानवरों पर बड़े पैमाने पर परीक्षण और मानवों पर क्लिनिकल ट्रायल किए जाने बाकी हैं, लेकिन वैज्ञानिक इस अणु की क्षमता को लेकर काफी सकारात्मक नजर आ रहे हैं। अगर यह अणु इंसानों पर भी उतना ही असरदार और सुरक्षित साबित होता है जितना कि शुरुआती लैब टेस्ट में दिखा है, तो यह स्तन कैंसर के इलाज में एक बड़ी क्रांति ला सकता है।