सांप की 'नागमणि' का असली सच क्या, पेशाब या पथरी? कितनी चमत्कारी और पावरफुल, जानकर उड़ जाएंगे होश!
Snake Nagmani: सांपों के साथ जुड़ी एक पुरानी लोककथा है कि उनके सिर पर या शरीर में एक चमकदार रत्न होता है, जिसे 'नागमणि' कहा जाता है। इसे अक्सर एक जादुई मणि माना जाता है, जो इच्छाएं पूरी कर सकती है, जहर को बेअसर कर सकती है और अलौकिक शक्तियां प्रदान करती है
Snake Nagmani: सांप की 'नागमणि' का असली सच क्या, पेशाब या पथरी?
हाल ही में आपने एक खबर सुनी होगी कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक 'नागमणि' मिली है।जिले के एक स्कूल में एक क्रिस्टल जैसी चीज मिलने से लोगों में कौतूहल और दहशत दोनों फैल गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि ये क्रिस्टल जैसी दिखने वाली चमकदार चीज किसी जहरीले गेहुमन सांप ने छोड़ी है। साहिबगंज स्कूल में मिली ये ट्रांसपेरेंट चीज प्लास्टिक जैसी दिखती है और स्थानीय लोग इसे ‘नागमणि’ कह रहे है। 'नागमणि' सुनते ही आपकी आंखों के सामने भी एक चमकदार क्रिस्टल जैसा पत्थर आया होगा, लेकिन ठहरिये ज्यादा ख्यालों में जाने से पहले ये जान लीजिए कि क्या सच में 'नागमणि' जैसा कुछ होता भी है।
'नागमणि' क्या होती है?
सांपों के साथ जुड़ी एक पुरानी लोककथा है कि उनके सिर पर या शरीर में एक चमकदार रत्न होता है, जिसे 'नागमणि' कहा जाता है। इसे अक्सर एक जादुई मणि माना जाता है, जो इच्छाएं पूरी कर सकती है, जहर को बेअसर कर सकती है और अलौकिक शक्तियां प्रदान करती है।
फिल्मों, कहानियों और पौराणिक कथाओं में 'नागमणि' का जिक्र ऐसे ही होता है, कि अगर किसी के पास असली 'नागमणि' आ जाए, तो वो दुनिया का सबसे पावरफुल इंसान बना जाएगा। उसे कोई हरा नहीं सकता, कोई मिटा नहीं सकता। लेकिन क्या सच में सांप के पास 'नागमणि' होती है? आइए इस पूरे विषय को वैज्ञानिक नजरिए से समझते हैं।
'नागमणि' का पौराणिक महत्तव
हिंदू धर्म और भारतीय लोककथाओं में 'नागमणि' को खास महत्त्व दिया गया है। माना जाता है कि इच्छाधारी नाग-नागिन के पास यह मणि होती है, जिसमें अलौकिक शक्तियां छिपी होती हैं।
पुराणों जैसे गरुड़ पुराण, शिव पुराण और महाभारत में 'नागमणि' का जिक्र मिलता है। गरुड़ पुराण में 'नागमणि' को नागों के खजाने का हिस्सा माना गया है। शिव पुराण में 'नागमणि' को भगवान शिव से संबंधित माना जाता है। महाभारत में 'नागमणि' का जिक्र अर्जुन की पत्नी उलूपी को लेकर मिलता है, जो इसे मरे हुए लोगों को जिंदा करने की क्षमता वाली मणि बताती हैं।
इतना ही नहीं कहा जाता है कि 'नागमणि' से न केवल नागों को तेज, शक्ति और नियंत्रण मिलता है, बल्कि यह तांत्रिक साधनाओं में काम आती है।
क्या सचमुच होती है 'नागमणि'?
सभी आधुनिक वैज्ञानिक अध्ययन और जांच बताते हैं कि सांपों के शरीर में कोई मणि या रत्न नहीं होता है। उनके सिर पर कोई चमकदार या मणि जैसा अंग मौजूद नहीं होता। सांप पूरी तरह से हड्डी, मांस, और त्वचा से बने जीव होते हैं। सांप प्राकृतिक जीव हैं और उनका शरीर रत्न या मणि जैसा कोई पदार्थ न बनाता और न ही पैद कर सकता है।
फिर सांप से निकलने वाली चमकदार चीज क्या?
सांप कई बार चलते समय कांच जैसे कुछ कण छोड़ जाते हैं, फिर ये क्या होता है। इसके पीछे भी कई कारण हैं। कई बार सांप अपनी पुरानी त्वचा उतारते हैं, जिसे सांप की केंचुली कहा जाता है, जो चमकदार और क्रिस्टल जैसी दिखती है। लाइट पर पड़ने पर वो चमकती है, जिसे 'नागमणि' मान लिया जाता है।
सांप की ऊपरी त्वाचा को शल्क कहते हैं, जो केराटिन नाम के प्रोटीन से बने होते हैं, जो इंसानों के नाखूनों और बालों में भी पाया जाता है। ये चमकदार होती, जो रोशनी में कांच जैसी लग सकती है।
इसके अलावा, सांप का पेशाब जब सूखकर क्रिस्टल का रूप ले लेता है, तो वो भी चमकदार पत्थर जैसा दिखाई देता है। सांप का पेशाब सूखने पर ठोस, सफेद, चाक जैसा पदार्थ बन जाता है, जिसे यूरेट्स कहा जाता है, क्योंकि सांपों में यूरिनरी ब्लैडर नहीं होता और वे शरीर के अंदर बनने वाले यूरिक एसिड को भी बाहर निकालते हैं। ये क्लोअका के जरिए होता है, जो मल और मूत्र दोनों के लिए एक ही रास्ता है, जिससे यह ठोस पदार्थ बन कर निकलता है।
एक तीसरा कारण ये है कि कई बार सांप के शरीर की पित्त की पथरी भी 'मणि' समझ ली जाती है, जबकि यह असल में एक पत्थर जैसा कठोर पदार्थ होता है। पित्त की पथरी इंसानों और दूसरे कई जीवों के अंदर भी बनती है।
'नागमणि' का मिथक सापों की जान को खतरा!
कई बार लोग नकली 'नागमणि' (Nagmani) बनाकर बेचते हैं। इसमें प्लास्टिक, कांच, जानवरों के अंग या छोटी-छोटी चमकदार वस्तुएं शामिल होती हैं। कुछ झूठे दावेदार सांप के सिर पर नकली मणि भी चिपका देते हैं, ताकि लोग भ्रमित हो जाएं। IIT-BHU और दूसरे संस्थानों की जांच में ऐसी कथित मणियां नकली या साधारण पत्थर निकले हैं।
इस मिथक के कारण सांपों का बड़े पैमाने पर शिकार भी होता है, जो न सिर्फ प्रकृति के लिए हानिकारक है बल्कि सांपों की लाइफ साइकल को भी बिगाड़ता है। सांपों को मारकर या पकड़कर मणि निकालने की कोशिशें गलत हैं और इससे सांपों की संख्या लगातार घटती जा रही है।