UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध बूचड़खानों को नवरात्रि में तत्काल बंद करने और धार्मिक स्थलों के 500 मीटर के दायरे में मीट-मछली की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। एक बयान के मुताबिक, नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने सभी जिलाधिकारियों, पुलिस कमिश्नर और नगर आयुक्तों को बूचड़खानों को बंद करने और धार्मिक स्थलों के पास मांस बिक्री पर बैन लागू करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने 2014 और 2017 में जारी आदेशों का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि नवरात्रि के दौरान अवैध बूचड़खानों और धार्मिक स्थलों के पास मांस बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित होगी।
सरकारी बयान में बताया गया है कि इस फैसले को प्रभावी बनाने के लिए जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समितियों का गठन किया गया है। बयान के मुताबिक, इन समितियों में पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पशुपालन विभाग, परिवहन विभाग, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारी शामिल होंगे।
बयान में बताया गया कि 6 अप्रैल 2025 को राम नवमी के दिन विशेष रूप से प्रतिबंध लागू होगा। इस दिन मांस की बिक्री पूरी तरह बंद रहेगी। 'यूपी नगर निगम अधिनियम 1959' और 'खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 एवं 2011' के प्रावधानों के तहत सरकार ने अधिकारियों को उल्लंघन करने वालों पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ ने चैत्र रामनवमी पर सभी जिलों के मंदिरों में 24 घंटे का श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ कराने के आदेश दिया है। 5 अप्रैल से रामचरितमानस का अखंड पाठ शुरू होगा, जो 6 अप्रैल को श्रीरामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्री रामलला के सूर्य तिलक का आयोजन होगा।
बता दें कि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन देशभर के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा है। इसी दिन हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी होती है। इस मौके पर काशीवासी सूर्य को अर्घ्य देते दिखे। दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही लोग माता के दर्शन के लिए लाइनों में लगे रहे।
दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही लोग माता के दर्शन के लिए लाइनों में लगे रहे। मंदिर में मां शैलपुत्री की पूजा की गई, जिनका प्रतिपदा के दिन आवाहन होता है।
हरियाणा के झज्जर जिले के बेरी में स्थित माता भीमेश्वरी देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। यह मंदिर महाभारत काल से जुड़ा हुआ है और पांडवों व बाबा शाम की कुलदेवी के रूप में प्रसिद्ध है। मंदिर की खासियत यह है कि यहां माता की एक प्रतिमा के लिए दो मंदिर हैं। सुबह 5 बजे प्रतिमा को बाहर वाले मंदिर में लाया जाता है, जहां भक्त दर्शन करते हैं।
वाराणसी में हिंदू नववर्ष का स्वागत नवरात्रि के पहले दिन को हिंदू नववर्ष की शुरुआत के रूप में भी मनाया गया। वाराणसी के केदार घाट पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के नेतृत्व में सूर्य को जल अर्पित कर नव संवत्सर का स्वागत किया गया।
वाराणसी नगर निगम ने नवरात्रि के पावन पर्व को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। नगर निगम के उपसभापति नरसिंह दास बाबा ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में सभी मांस और मछली की दुकानें नवरात्र के दौरान बंद रहेंगी।