देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश और मराठवाड़ा क्षेत्रों में एक अप्पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन विकसित हो रहा है, जबकि पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के ऊपर भी एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की संभावना जताई गई है। इन दोनों मौसमी प्रणालियों को एक ट्रफ लाइन जोड़ती है, जो कर्नाटक तक फैली हुई है। इसके चलते रास्ते में आने वाले राज्यों—मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश—में बारिश के आसार बन गए हैं। साथ ही, केरल के ऊपर भी एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय हो गया है।
दक्षिणी राज्यों—तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पुडुचेरी—में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इस मौसमी बदलाव का प्रभाव पूर्वोत्तर राज्यों पर भी पड़ सकता है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और स्थानीय मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखने की सलाह दी है।
दिल्ली-एनसीआर में तेज गर्मी की शुरुआत
दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में गर्मी ने अब जोर पकड़ लिया है। अधिकतम तापमान 37-38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, लेकिन शरीर पर इसका असर 41-42 डिग्री सेल्सियस जैसा महसूस हो रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली और हरियाणा में तापमान सामान्य से 5 डिग्री अधिक दर्ज हो रहा है। इसी तरह, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री ज्यादा है। गुजरात के कच्छ क्षेत्र में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो इस सीजन का उच्चतम स्तर है।
आने वाले दिनों में दिल्ली में और बढ़ेगा पारा
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में अभी तक का सबसे अधिक तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से 5 डिग्री अधिक है। 26 मार्च को 38.9 डिग्री के साथ सीजन का दूसरा सबसे गर्म दिन रहा। न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम था। स्काईमेट वेदर के अनुसार, सफदरजंग में तापमान 36.4 डिग्री रहा, और आने वाले विकेंड पर और अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम भारत में हीटवेव अलर्ट
उत्तर भारत के राज्यों जैसे दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अगले 6 दिनों तक तापमान में 3 से 5 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विभाग ने कच्छ-सौराष्ट्र (8 अप्रैल तक), राजस्थान (6-9 अप्रैल), पंजाब-हरियाणा (7-9 अप्रैल) के लिए हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। दूसरी ओर, दक्षिण भारत, पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश के संकेत हैं। मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, और अरुणाचल प्रदेश में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और गरज के साथ बारिश हो सकती है। असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश की प्रबल संभावना जताई गई है।