Asim Munir: पाकिस्तान के नए रक्षा प्रमुख (CDF) आसिम मुनीर ने अपने पहले ही संबोधन में भारत के खिलाफ जहर उगला है। फील्ड मार्शल मुनीर ने चेतावनी दी है कि भविष्य में किसी भी आक्रामकता की स्थिति में 'पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और अधिक तेज और तीव्र होगी। पाकिस्तान के जनरल मुख्यालय में एक समारोह के दौरान बोलते हुए, आसिम मुनीर ने स्पष्ट रूप से घोषणा की कि भारत को 'किसी भी आत्म-भ्रम का शिकार नहीं होना चाहिए'। बता दें कि मुनीर को हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चार दिनों की सैन्य वृद्धि के बाद पाकिस्तानी सेना के सर्वोच्च रैंक, फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया था।
विडंबना यह है कि सैन्य वृद्धि की धमकी देने के बावजूद, मुनीर ने यह दावा भी दोहराया कि पाकिस्तान एक 'शांति-प्रिय देश' है। उन्होंने दावा किया कि किसी को भी पाकिस्तान की संप्रभुता या संकल्प को चुनौती देने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और पाकिस्तान की पहचान अजेय है। कुल मिलाकर मुनीर का यह संबोधन क्षेत्रीय स्थिरता, शांति या संवाद के बजाय टकराव पर अधिक केंद्रित रहा।
अपने संबोधन में मुनीर ने पाकिस्तान के नए रक्षा बल मुख्यालय (DFHQ) की स्थापना का भी जश्न मनाया, इसे ऐतिहासिक परिवर्तन का प्रतीक बताया। DFHQ सैन्य शक्ति को CDF के तहत केंद्रीकृत करता है, जिससे मुनीर को सेना, नौसेना और वायु सेना पर परिचालन नियंत्रण मिल जाता है।
मुनीर ने अधिकारियों से कहा, 'बढ़ते और बदलते खतरों के मद्देनजर, यह आवश्यक है कि हम तीनों सेवाओं की एक एकीकृत प्रणाली के तहत बहु-डोमेन संचालन को और बेहतर बनाएं।' हालांकि, मुनीर ने कहा कि प्रत्येक सेवा अपनी आंतरिक स्वायत्तता बनाए रखेगी, यह नई हायरार्की स्पष्ट रूप से पूरे रक्षा प्रतिष्ठान पर सेना की पकड़ को मजबूत करती है।
भारत के खिलाफ बयानबाजी करते रहे है मुनीर
यह पहली बार नहीं है जब मुनीर ने भारत के खिलाफ खतरनाक रुख अपनाया है। इससे पहले अप्रैल में उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की 'शह-रग' (जुगुलर वेन) कहा था और कश्मीरी भाईयों के संघर्ष का समर्थन व्यक्त किया था, जिसे घातक पहलगाम हमले के लिए एक ट्रिगर माना गया था। अगस्त में मुनीर ने अमेरिकी धरती से परमाणु धमकी का सहारा लिया था, जिसमें मिसाइलों से आधी दुनिया को खत्म करने और सिंधु नदी पर भारतीय बांधों को नष्ट करने की धमकी दी गई थी।
अफगानिस्तान के लिए भी चेतावनी
मुनीर ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव की ओर भी ध्यान आकर्षित किया और काबुल में तालिबान सरकार को कड़ी चेतावनी जारी की। उन्होंने कहा, 'तालिबान शासन को एक स्पष्ट संदेश दिया गया है कि उनके पास खवारीज की मुसीबत या पाकिस्तान के बीच में से किसी एक को चुनने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।'
यह बयान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को संदर्भित करता है, जिसे पाकिस्तान पहले खुद एक रणनीतिक संपत्ति के रूप में इस्तेमाल करता था, लेकिन अब उसे 'फितना अल-खवारीज' के रूप में लेबल करता है। मुनीर ने क्षेत्रीय उग्रवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की ऐतिहासिक भूमिका को स्वीकार करने के बजाय, सारा दोष पूरी तरह से अफगानिस्तान पर डालने की कोशिश की।