Nepal: नेपाल में बड़ा हादसा, टूटा बर्फ का पहाड़...7 पर्वतारोहियों की मौत, कई लोग लापता

Avalanche Strikes Nepal: इस हादसे में चार लोग अभी भी लापता हैं। बताया गया है कि हिमस्खलन 5,630 मीटर ऊंची इस चोटी के बेस कैंप से होकर गुजरा, जिससे बड़ा नुकसान हुआ। यालुंग री पहाड़ बागमती प्रांत के दोलखा जिले की रोलवालिंग घाटी में स्थित है। बचाव दल घायलों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने और लापता लोगों की तलाश में लगा हुआ है

अपडेटेड Nov 03, 2025 पर 9:56 PM
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नेपाल के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित यालुंग री (Yalung Ri) पर्वत पर सोमवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। (फोटो - ANI)

Nepal Avalanche : नेपाल के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित यालुंग री (Yalung Ri) पर्वत पर सोमवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। 5,630 मीटर ऊंची इस चोटी पर हिमस्खलन आने से 7 पर्वतारोहियों की मौत हो गई, जबकि 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं 4 पर्वतारोही अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। मृतकों में 3 अमेरिकी, 1 कनाडाई, 1 इतालवी और 2 नेपाली नागरिक शामिल हैं। यह जानकारी डोलखा जिले की पुलिस ने दी है। यह इलाका बागमती प्रांत के रोलवालिंग वैली में आता है।

सात लोगों की मौत 

नेपाल के अख़बार द काठमांडू पोस्ट के अनुसार, इस हादसे में चार लोग अभी भी लापता हैं। बताया गया है कि हिमस्खलन 5,630 मीटर ऊंची इस चोटी के बेस कैंप से होकर गुजरा, जिससे बड़ा नुकसान हुआ। यालुंग री पहाड़ बागमती प्रांत के दोलखा जिले की रोलवालिंग घाटी में स्थित है। बचाव दल घायलों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने और लापता लोगों की तलाश में लगा हुआ है।


4 पर्वतारोही अभी भी लापता

जिला पुलिस कार्यालय के डिप्टी सुपरिटेंडेंट ज्ञान कुमार महतो ने बताया कि हिमस्खलन में जान गंवाने वालों में तीन अमेरिकी, एक कनाडाई, एक इतालवी और दो नेपाली नागरिक शामिल हैं। इसी बीच, पर्यटन अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि साइक्लोन मोंथा की वजह से मौसम खराब होने पर दो इतालवी पर्वतारोही एक दूरस्थ चोटी पर चढ़ते समय लापता हो गए। ये पर्वतारोही — स्टेफानो फैरोनाटो और एलेसेंड्रो कैपुटो — तीन लोगों की टीम के साथ पश्चिमी नेपाल में स्थित 6,887 मीटर (22,595 फुट) ऊंचे पनबारी पर्वत पर चढ़ाई कर रहे थे। अधिकारियों के मुताबिक, खराब मौसम के चलते उनसे संपर्क टूट गया है और उनकी तलाश जारी है।

नेपाल के पर्यटन विभाग के अधिकारी हिमाल गौतम ने बताया कि लापता पर्वतारोहियों की तलाश लगातार की जा रही है। उन्होंने कहा, “भारी बर्फबारी की वजह से दोनों पर्वतारोही कैंप वन में फंस गए थे और शनिवार से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है।” गौतम ने यह भी बताया कि टीम लीडर बेस कैंप में मौजूद था और वह सुरक्षित है। उसे रविवार को हेलीकॉप्टर की मदद से बचा लिया गया।

 हुई थी भारी बर्फबारी

ट्रेकिंग एजेंसी एसोसिएशन ऑफ नेपाल के अध्यक्ष सागर पांडे ने बताया कि मंगलवार को भारी बर्फबारी शुरू होने के बाद से अब तक एक हज़ार से ज़्यादा ट्रैकर्स और पर्यटकों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा, “कम दिखने की वजह से हेलीकॉप्टर चलाना काफी मुश्किल था, इसलिए बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण रहा। अब मौसम में सुधार हुआ है और काम तेजी से हो रहा है।” पश्चिमी नेपाल के मुस्तांग जिले में, नेपाल सेना की टीम ने लगातार तीन दिन बर्फ में पैदल चलकर और खुदाई करके तीन ब्रिटिश और 15 स्थानीय ट्रैकर्स तक पहुंच बनाई। नेपाल दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ों का घर है, जिनमें माउंट एवरेस्ट भी शामिल है। यहाँ दुनिया की 10 सबसे ऊँची चोटियों में से 8 मौजूद हैं। इसी वजह से हर साल बड़ी संख्या में पर्वतारोही और ट्रैकर्स नेपाल आते हैं।

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