Cyberattack At Major European Airports: यूरोप के कई बड़े हवाई अड्डों पर अचानक अफरा-तफरी मच गई। इसके पीछे की वजह ये मानी जा रही है कि यूरोप के कई बड़े हवाई अड्डों पर साइबर अटैक हुआ। लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट समेत कई बड़े एयरपोर्ट्स पर चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम में 'टेक्निकल खराबी' की वजह से उड़ानों में भारी देरी और कुछ के रद्द होने की खबरें सामने आई हैं। ब्रिटेन के ब्रॉडकास्टर स्काई न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, बेल्जियम के ब्रुसेल्स एयरपोर्ट के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस व्यवधान का कारण एक साइबर हमला है।
किन हवाई अड्डों पर पड़ा असर?
ब्रुसेल्स एयरपोर्ट ने बताया है कि इस समस्या के कारण 10 उड़ानें रद्द हो गईं और 17 उड़ानें एक घंटे से अधिक लेट हो गईं। एयरपोर्ट अधिकारियों ने कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि समस्या कब तक हल होगी। उन्होंने एक बयान में कहा, 'इस साइबर हमले का उड़ानों पर बड़ा असर पड़ा है। जर्मनी का बर्लिन एयरपोर्ट भी उड़ानों में देरी का सामना करन पड़ा है, जबकि जर्मनी के सबसे बड़े हवाई अड्डे फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कॉलिन्स एयरोस्पेस नाम की एक कंपनी, जो दुनिया भर के कई हवाई अड्डों पर चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम प्रदान करती है, इस 'तकनीकी समस्या' का सामना कर रही है। कॉलिन्स एयरोस्पेस की मूल कंपनी, आरटीएक्स ने पुष्टि की है कि उन्हें चुनिंदा हवाई अड्डों पर उनके सॉफ्टवेयर में 'साइबर-संबंधी व्यवधान' का पता चला है, हालांकि उन्होंने किसी भी एयरपोर्ट का नाम नहीं लिया। कंपनी ने ईमेल से दिए गए बयान में कहा, 'यह असर इलेक्ट्रॉनिक चेक-इन और बैगेज ड्रॉप तक सीमित है और इसे मैन्युअल चेक-इन संचालन के साथ ठीक किया जा सकता है।' कंपनी ने यह भी कहा कि वे जल्द से जल्द इस समस्या को ठीक करने पर काम कर रहे हैं।
यात्रियों को हो रही भारी परेशानी
इस साइबर हमले के बाद हवाई अड्डों के कर्मचारियों को मैन्युअल चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं को अपनाना पड़ा, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट ने भी अपने यात्रियों को सलाह दी है कि वे एयरपोर्ट आने से पहले अपनी उड़ान का स्टेटस चेक कर लें।