ऐसी खबर आई कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन को छोड़कर अन्य देशों के लिए टैरिफ पर 90 दिन की रोक लगाने पर विचार कर रहे हैं। कहा गया कि ऐसा नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के डायरेक्टर केविन हैसेट ने एक इंटरव्यू में कहा है। लेकिन फिर सामने आया कि यह एक फेक न्यूज है। CNBC के मुताबिक, व्हाइट हाउस का कहना है कि टैरिफ पर 90-दिन की रोक की बात एक फर्जी खबर है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलीन लेविट ने CNBC को इस बात को कनफर्म किया।
अमेरिका ने भारत से आने वाले सामानों पर 26 प्रतिशत का टैरिफ लगाया गया है। वहीं बांग्लादेश पर 37 प्रतिशत, चीन पर 54 प्रतिशत (नया 34 प्रतिशत+इस साल पहले लगाए जा चुके 20 प्रतिशत), वियतनाम पर 46 प्रतिशत और थाइलैंड पर 36 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है।
टैरिफ पर 90 दिन की रोक पर विचार की खबर से अमेरिकी शेयर बाजारों में कुछ देर के लिए रिकवरी देखी गई। लेकिन हकीकत सामने आने के बाद वे फिर से लाल निशान में चले गए। बता दें कि अमेरिकी बाजारों में लगातार तीसरे दिन तगड़ी गिरावट आई है।
चीन ने नहीं हटाया नया टैरिफ तो ट्रंप लगाएंगे और 50 प्रतिशत टैरिफ
एक खबर यह भी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन को धमकी दी है कि अगर वह अपने जवाबी टैरिफ हटाने की घोषणा नहीं करता है तो अमेरिका, चीन पर और 50 प्रतिशत के नए टैरिफ लगा देगा। ट्रंप ने चीन को एक दिन यानि 8 अप्रैल तक का वक्त दिया है। चीन के नहीं मानने पर 9 अप्रैल से अमेरिका और 50 प्रतिशत के टैरिफ लगा देगा। बता दें कि ट्रंप ने चीन पर 34 प्रतिशत का नया रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया है। यह इस साल पहले लगाए जा चुके 20 प्रतिशत टैरिफ के अलावा है। इस तरह चीन पर नए अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ का आंकड़ा 54 प्रतिशत हो गया है।
जवाबी एक्शन के तहत चीन ने कहा है कि वह 10 अप्रैल से अपने यहां आने वाले सभी अमेरिकी सामानों पर 34 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। ट्रंप चीन से इसी 34 प्रतिशत के जवाबी टैरिफ को हटाने को कह रहे हैं। व्हाइट हाउस का कहना है कि अगर चीन पर और 50 प्रतिशत का टैरिफ लगा तो उस पर अमेरिका की ओर से नए टैरिफ का आंकड़ा 104 प्रतिशत हो जाएगा।