Vladimir Putin to visit India News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में भारत आएंगे। सूत्रों के अनुसार, पुतिन का यह दौरा 5-6 दिसंबर 2025 को होने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति पुतिन के 5 और 6 दिसंबर को वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने की उम्मीद है। यह वार्षिक शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दोनों देश विशेष और महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी के 15 साल मना रहे हैं। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पिछले हफ्ते पुष्टि की थी कि रूसी राष्ट्रपति के भारत दौरे की योजना पर काम चल रहा है।
फरवरी 2022 में यूक्रेन और रूस युद्ध शुरू होने के बाद पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी। wionews.com को सूत्रों ने बताया, यह दौरा 5-6 दिसंबर 2025 को होने की पूरी संभावना है। उन्होंने बताया कि इस दौरे के दौरान राष्ट्रपति पुतिन नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के साथ 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस दौरे को दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा और व्यापार सहयोग को मजबूत करने के मौके के तौर पर देखा जा रहा है।
यह वार्षिक शिखर सम्मेलन भारत और रूस के संबंधों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह समिट 2000 में शुरू की गई थी। यह सम्मेलन दोनों देशों में बारी-बारी से होता है। हालांकि, कोरोना महामारी के बाद कुछ गैप हो गया था। पीएम मोदी ने जुलाई 2024 में मॉस्को की अपनी यात्रा के दौरान पुतिन को 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 5 मई, 2025 को पीएम मोदी से फोन पर बातचीत के बाद औपचारिक रूप से इस आमंत्रण को स्वीकार कर लिया। इस बातचीत में पीएम मोदी ने द्वितीय विश्व युद्ध में रूस की विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ पर पुतिन को बधाई भी दी।
सुरक्षा पर चर्चा के लिए यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। खासकर इसलिए क्योंकि भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखे हुए है। एजेंडे का एक और मुख्य पॉइंट सैन्य संबंधों को मजबूत करना है। रूस ने भारत को अपना पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान SU-57 (Su-57 fifth-generation fighter) बेचने का प्रस्ताव दिया है, जिसमें भारत में इसके निर्माण का प्रस्ताव भी शामिल है।
पुतिन के इस यात्रा के दौरान रक्षा संबंधों और ऊर्जा सहयोग पर जोर होगा। दोनों पक्ष BRICS और SCO जैसे संगठनों में सहयोग पर चर्चा करेंगे। रूस, भारत की UNSC में स्थायी सदस्यता की दावेदारी का समर्थन करता है। इस दौरान यूक्रेन युद्ध मुद्दे पर दोनों पक्ष चर्चा करेंगे। भारत ने इस संघर्ष के जल्द समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति की मांग की है।