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Rishi Sunak की नई पारी, Goldman के बाद अब Microsoft और AI कंपनी Anthropic से मिलाया हाथ

यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री रिशि सुनक (Rishi Sunak) के नई पारी की शुरुआत हो चुकी है। गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) के बाद अब वह दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रिसर्च कंपनी एंथ्रॉपिक (Anthropic) से जुड़े हैं। जानिए इस नई भूमिका में वह क्या करेंगे और इनमें उनके रोल की सीमाएं क्या होंगी?

अपडेटेड Oct 10, 2025 पर 9:14 AM
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यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री रिशि सुनक (Rishi Sunak) ने दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रिसर्च कंपनी एंथ्रॉपिक (Anthropic) से सीनियर एडवाइजर के तौर पर हाथ मिलाया है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दौर तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब यह दुनिया भर की इकनॉमिक्स और सोसायटीज में भी दखल दे रहा है। ऐसे समय में अब यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री रिशि सुनक (Rishi Sunak) ने दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रिसर्च कंपनी एंथ्रॉपिक (Anthropic) से सीनियर एडवाइजर के तौर पर हाथ मिलाया है। रिशि सुनक को इससे जो भी पैसे मिलेंगे, वह एक चैरिटी द रिचमंड प्रोजेक्ट को मिलेगा। इस चैरिटी को रिशि सुनक ने ही अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ मिलकर इस साल शुर किया था। यह चैरिटी सभी उम्र के लोगों की गणितीय क्षमता को मजबूत करने का काम करती है।

रिशि सुनक अभी ब्रिटिश संसद के सदस्य हैं। वैसे वह गोल्डमैन सैक्स के सीनियर एडवाइजर के तौर पर पहले से ही काम कर रहे हैं। उन्होंने यह काम जुलाई 2025 में संभाला था। जुलाई 2024 में आम चुनाव में लेबर पार्टी की भारी जीत के बाद कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद से हटने के बाद यह उनका पहला बड़ा पेशेवर कदम था। बता दें कि उनकी एक पहचान ये भी है कि वह इंफोसिस (Infosys) के फाउंडर नारायण मूर्ति और राज्यसभा सदस्य सुधामूर्ति के दामाद हैं। सुनक अक्टूबर 2022 से जुलाई 2024 तक यूके के प्रधानमंत्री रहे।

Microsoft और Anthropic में क्या काम करेंगे Rishi Sunak?


रिशि सुनक पार्ट-टाइम में माइक्रोसॉफ्ट और एंथ्रॉपिक में सीनियर लीडरशिप के साथ काम करेंगे। पूर्व मंत्रियों औप सीनियर सिविल सर्वेंट्स की नियुक्तियों पर सलाह देने वाली सरकारी संस्था ACOBA (एडवायजरी कमेटी ऑन बिजनेस एप्वाइंटमेंट्स) के लेटर्स के मुताबिक वह मैक्रो-इकनॉमिक और जियोपॉलिटिल रुझानों पर हाई लेवल के रणनीतिक सुझाव देंगे। अपनी नई भूमिका को लेकर रिशि सुनक ने लिंक्डइन पर लिखा है कि उनका हमेशा से मानना रहा कि तकनीक दुनिया को बदल देगी और यह भविष्य को तय करने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने आगे लिखा कि दोनों कंपनियों (माइक्रोसॉफ्ट और एंथ्रॉपिक) की मदद को लेकर वह काफी उत्साहित हैं जो यह तय कर रही हैं कि तकनीक को हमारी अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज के लिए कैसे कारगर बनाया जाए।

यूके के पूर्व पीएम का कहना है कि दुनिया एक तकनीकी क्रांति के किनारे खड़ी है जिसके प्रभाव औद्योगिक क्रांति जितने गहरे होंगे लेकिन कहीं तेजी से महसूस किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सीनियर एडवाइजर के तौर पर वह इन कंपनियों को यह सुनिश्चित करने में मदद करेंगे कि यह बदलाव हम सबके जीवन में वास्तविक सुधार लाए। एंथ्रॉपिक का कहना है कि सुनक दुनिया के उन नेताओं में शुमार हैं जिन्होंने एआई की बदलाव लाने वाली क्षमता को सबसे पहले समझा और दुनिया का पहला एआई सेफ्टी इंस्टीट्यूट बनाया और ब्लेचली पार्क में पहला AI सेफ्टी समिट आयोजित किया।

लेकिन ये हैं सीमाएं

रिशि सुनक के पद की कुछ सीमाएं भी हैं। ACOBA के लेटर्स के मुताबिक वह यूके की खास नीतिगत मामलों पर कोई सुझाव नहीं देंगे और न ही यूके सरकार से उनका कोई संपर्क होगा। माइक्रोसॉफ्ट और एंथ्रॉपिक ने भी वादा किया है कि उनका काम सिर्फ रणनीति, वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर सलाह तक सीमित रहेगी और प्रधानमंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल से टकराव नहीं होगा। रिशि पूरी तरह से अंदरूनी तौर पर सलाहकार के तौर पर होगी और यूके सरकार की कोई लॉबिंग नहीं होगी। दोनों कंपनियों का कहना है कि हितों के टकराव से निपटने के लिए उनके पास तरीके हैं।

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