Nobel Peace Prize 2025: जिस अवॉर्ड पर आज पूरी दुनिया की नजर थी, उसका ऐलान हो गया है। नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना मचाडो को दी गई है।बता दें कि, मारिया कोरिना मचाडो वेनेजुएला में विपक्ष की नेता हैं और लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए संघर्ष कर रही हैं। नोबेल पीस प्राइज का ऐलान 10 अक्टूबर को ओस्लो स्थित नॉर्वेजियन नोबेल संस्थान में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई। इस साल ये पुरस्कार खूब चर्चा में रही क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया भर में भारत-पाकिस्तान समेत 7 युद्ध रुकवाने के लिए इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए खुद को नॉमिनेट करने के पेशकश की थी।
नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में आज नोबेल पीस प्राइज का ऐलान हुआ। इस बार 338 उम्मीदवार हैं, जिनमें 244 लोग और 94 संगठन शामिल थें। इन सब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सबसे ज्यादा चर्चा में थे। वे कई बार कह चुके हैं कि उन्हें यह पुरस्कार मिलना चाहिए, क्योंकि उन्होंने भारत-पाकिस्तान समेत 7 युद्ध रुकवाए हैं। नोबेल पीस प्राइज पाने की होड़ में पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान, टेस्ला CEO इलॉन मस्क, मलेशियाई PM अनवर इब्राहिम और पोप फ्रांसिस (अप्रैल में निधन हो गया) शामिल थे।
बता दें कि नोबेल पीस प्राइज विजेता को 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना यानी 10.3 करोड़ रुपए के साथ ही साथ सोने का मेडल और सर्टिफिकेट मिलता है। अगर एक से ज्यादा लोग जीतते हैं, तो यह प्राइज मनी उनके बीच बंट जाती है। बता दें कि, ये सारे ऑवर्ड ऐलान के दो महीने बाद यानी दिसंबर में दिए जाते हैं।
पिछले साल नोबेल शांति पुरस्कार निहोन हिडांक्यो को मिला था, जो हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु हमलों के बचे हुए लोगों का संगठन है और परमाणु हथियारों के खिलाफ काम करता है। इस पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा और 1.2 मिलियन डॉलर की राशि दी जाती है। सोमवार को अर्थशास्त्र के पुरस्कार की घोषणा के साथ 2025 के नोबेल अवॉर्ड सीज़न का समापन होगा, जिसमें चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य और शांति के पुरस्कार पहले ही दिए जा चुके हैं।