गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के 27 करोड़ से अधिक पेड सब्सक्राइबर्स हो गए हैं। अल्फाबेट ने यह मुकाम यूट्यूब (YouTube) और गूगल वन (Google One) के दम पर हासिल किया। इस उपलब्धि का खुलासा अल्फाबेट (Alphabet) के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने किया। उन्होंने विज्ञापनों के अलावा कंपनी की रणनीति का भी जिक्र किया। मार्च तिमाही में सब्सक्रिप्शन, प्लेटफॉर्म और डिवाइस बिजनेस से गूगल का रेवेन्यू 19 फीसदी उछलकर $10.4 अरब पर पहुंच गया और इसे सब्सक्रिप्शन से तगड़ा सपोर्ट मिला। हालांकि कंपनी ने सब्सक्रिप्शन के रेवेन्यू का ब्रेकआउट नहीं दिया यानी कि यह नहीं पता चल पाया कि किस सब्सक्रिप्शन से कितना रेवेन्यू मिला है।
ओवरऑल बात करें तो अल्फाबेट का रेवेन्यू 12 फीसदी उछलकर $9023 करोड़ और नेट प्रॉफिट 46 फीसदी उछलकर $3454 करोड़ पर पहुंच गया। रेवेन्यू में कंपनी के कोर एडवरटाइजिंग बिजनेस की हिस्सेदारी 8.5 फीसदी बढ़कर $66.9 करोड़ पर पहुंच गई जबकि क्लाउड यूनिट 28 फीसदी उछलकर $12.3 अरब पर पहुंच गया।
Youtube के 12.5 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स
हाल ही में यूट्यूब ने ऐलान किया था कि उसकी म्यूजिक और प्रीमियम सर्विसेज के दुनिया भर में 12.5 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स हो गए हैं। कंपनी के अर्निंग्स कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान सुंदर पिचाई ने कहा कि यूट्यूब के बिजनेस का बड़ा हिस्सा सब्सक्रिप्शन है। कंपनी सब्सक्रिप्शन में भी ऑप्शंस पेश कर रही है जैसे कि हाल ही में अमेरिका में प्रीमियम लाइट पायलट बेसिस पर लाया गया। इसमें यूजर्स बिना ऐड के ढेर सारे वीडियोज का आनंद उठा सकते हैं।
प्रीमियम लाइट के जरिए दर्शक गेमिंग, कॉमेडी, कुकिंग, या शिक्षा जैसे विभिन्न श्रेणियों में बिना विज्ञापन के वीडियो देख सकेंगे। हालांकि म्यूजिक कंटेंट, म्यूजिक वीडियो और शॉर्ट्स पर विज्ञापन दिखेंगे। इसके अलावा प्रीमियम लाइट में बैकग्राउंड में वीडियो नहीं प्ले होगा या ऑफलाइन देखने के लिए डाउनलोड की सुविधा नहीं मिलेगी। हालिया वर्षों में यूट्यूब की सब्सक्रिप्शन इनकम बढ़ाने के लिए कई गूगल कदम उठाए हैं जैसे कि दुनिया भर में से एडब्लॉकर के खिलाफ कार्रवाई और भारत सहित कई बाजारों में प्रीमियम सब्सक्रिप्शन की कीमतें बढ़ाना।
Google One ने पिछले साल पेश किया था प्रीमियम प्लान
गूगल वन की बात करें तो पिछले साल अल्फाबेट ने गूगल वन एआई प्रीमियम प्लान पेश किया था। इसमें यूजर्स को जेमिनी एडवांस्ड जैसे एडवांस्ड एआई फीचर्स का एक्सेस मिलता है। इसके अलावा जीमेल और Docs जैसे गूगल ऐप्स में और एआई के फीचर्स मिलते हैं। सब्सक्राइबर्स को आने वाले एआई फीचर्स तक पहले ही एक्सेस मिल जाता है। इसके अलावा कंपनी के टेक्स्ट-टू-मॉडल Veo 2 के जरिए हाई क्वालिटी वीडियोज बनाने की सहूलियत मिलती है।