India-America Trade Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भरोसा जताया है कि भारत और अमेरिका जल्द ही एक ट्रेड डील को अंतिम रूप दे देंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस डील में बहुत कम टैरिफ शामिल होंगे। इससे दोनों देशों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी। बता दे कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर डिटेल्स बातचीत मंगलवार (1 जुलाई) को छठे दिन भी जारी रही। इसके साथ वार्ता एक महत्वपूर्ण चरण में पहुंच गई है। भारत अपने उत्पादों के लिए अधिक बाजार पहुंच की मांग कर रहा है। भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान काफी महत्वपूर्ण है।
भारत के साथ ट्रेड डील पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि हम भारत के साथ एक समझौता करने जा रहे हैं और यह एक अलग तरह का समझौता होगा। यह एक ऐसा समझौता होगा जिसमें हम आगे बढ़कर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होंगे। अभी भारत किसी को भी स्वीकार नहीं करता है। मुझे लगता है कि भारत ऐसा करने जा रहा है, और अगर वे ऐसा करते हैं, तो हम बहुत कम टैरिफ पर समझौता (डील) कर लेंगे।"
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक भारतीय दल, अमेरिका के साथ अगले दौर की व्यापार वार्ता के लिए वाशिंगटन में मौजूद है। दोनों देश अंतरिम व्यापार समझौते के लिए बातचीत कर रहे हैं। 9 जुलाई से पहले समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश में हैं।
इससे पहले 27 जून को डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत के साथ एक बहुत बड़ा व्यापार समझौता होने वाला है। उन्होंने दोनों देशों के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित द्विपक्षीय व्यापार समझौते की वार्ता प्रक्रिया में महत्वपूर्ण प्रगति का संकेत दिया।
राष्ट्रपति ने कहा, "हम हर किसी के साथ समझौता नहीं करने जा रहे हैं। कुछ लोगों को हम बस एक पत्र भेजकर कहेंगे कि आपका बहुत-बहुत धन्यवाद... आप 25, 35, 45 प्रतिशत का भुगतान करेंगे। यह एक आसान तरीका है लेकिन मेरे लोग इसे इस तरह से नहीं करना चाहते हैं। वे इसको लेकर कुछ करना चाहते हैं। समझौते करने की ललक उनमें मुझसे भी अधिक है।"
वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल की अध्यक्षता में भारतीय दल अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर वार्ता के लिए वाशिंगटन में है। भारतीय अधिकारियों की अमेरिका यात्रा अवधि बढ़ा दी गयी है। दोनों देशों के बीच वार्ता 26 जून को शुरू हुई थी और शुरू में प्रतिनिधिमंडल को वहां दो दिन के लिए रहने का कार्यक्रम था।
ये वार्ता इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जवाबी शुल्क लगाए जाने को जितने समय के लिए टाला था। वह डेडलाइन 9 जुलाई को समाप्त हो रही है। अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्ष उससे पहले वार्ता को अंतिम रूप देने पर विचार कर रहे हैं। भारत ने अमेरिकी कृषि उत्पादों को शुल्क रियायत देने को लेकर अपना रुख कड़ा किया है।