Israel-Hamas War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को घोषणा की कि गाजा में शांति स्थापित करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। ट्रंप ने कहा कि इजरायल गाजा से सेना वापस बुलाने की 'शुरुआती वापसी रेखा' पर सहमत हो गया है, और इस रेखा को हमास के साथ भी साझा किया गया है। ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि जैसे ही हमास इस वापसी रेखा की पुष्टि कर देगा, युद्धविराम 'तत्काल' प्रभाव से लागू हो जाएगा और बंधकों तथा कैदियों का आदान-प्रदान शुरू हो जाएगा। यह इजरायली सेना की गाजा से पूर्ण वापसी के अगले चरण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
अमेरिका के विशेष दूत मध्य पूर्व रवाना
इस बीच शांति प्रयासों को अंतिम रूप देने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर और वरिष्ठ मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ शनिवार को मिस्र के लिए रवाना हो गए। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि दोनों अधिकारी बंधकों की रिहाई को अंतिम रूप देने और ट्रंप द्वारा आगे बढ़ाए जा रहे शांति समझौते पर चर्चा करने के लिए वहां जा रहे है। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि वह शांति योजना को लागू करने में हमास द्वारा 'देरी बर्दाश्त नहीं' करेंगे।
नेतनयाहू पर ट्रंप का दबाव और तुर्की की भूमिका
एक्सियोस को दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने अपनी पर्दे के पीछे की कूटनीति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गाजा में शांति समझौता 'बहुत करीब' है। इसके साथ ही उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर दबाव बनाने की बात स्वीकार की। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने नेतन्याहू से कहा, 'बिबी, यह तुम्हारी जीत का मौका है।' वह इसके साथ ठीक थे। उन्हें इसके साथ ठीक होना होगा। उनके पास कोई विकल्प नहीं है। मेरे साथ, आपको ठीक होना होगा।'
ट्रंप ने यह भी खुलासा किया कि उनके तुर्की समकक्ष रेसेप तैयप एर्दोगन ने हमास को बंधकों की रिहाई के लिए सहमत होने के लिए प्रेरित करने में बहुत मदद की। ट्रंप ने एर्दोगन को 'टफ गाए' बताते हुए उन्हें अपना दोस्त बताया।
हालांकि ट्रंप ने इजरायल से गाजा में तुरंत बमबारी रोकने का आह्वान किया है, लेकिन गाजा के नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि इजरायली हमलों में भोर के बाद से कम से कम 57 लोग मारे गए हैं, जिनमें से 40 अकेले गाजा शहर में मारे गए हैं। इजरायल ने भी शनिवार को कहा था कि उसके सैनिक अभी भी गाजा में ऑपरेट कर रहे है।
बता दें कि हमास ने शुक्रवार को ट्रंप की 20-सूत्रीय शांति योजना के कुछ तत्वों को स्वीकार करने की बात कही थी, लेकिन उसने यह भी कहा कि कुछ पहलुओं पर अभी अन्य फलस्तीनी गुटों के बीच और परामर्श की आवश्यकता है।