Japan Earthquake: जापान में सोमवार देर रात आए 7.5 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने देश को हिलाकर रख दिया। भूकंप के बाद कई छोटे झटके भी महसूस किए गए, जिससे कम से कम 33 लोगों के घायल होने की खबर है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने इस घटना के बाद संभावित 'मेगाक्वेक' (अत्यधिक शक्तिशाली भूकंप) को लेकर भी चेतावनी जारी की है, जिससे हताहतों और जानमाल के नुकसान की आशंका बढ़ गई है।
सुनामी चेतावनी नहीं पर भारी नुकसान
भूकंप का केंद्र अओमोरी प्रान्त तट से 80 किलोमीटर दूर 54 किलोमीटर की गहराई पर था। JMA ने भूकंप के तुरंत बाद देश के उत्तरपूर्वी तट पर 3 मीटर (10 फीट) तक की सुनामी लहरें उठने की चेतावनी जारी की थी। हालांकि, मंगलवार सुबह तक अधिकारियों ने इस चेतावनी को सलाहकार में बदल दिया और बाद में सभी सलाह भी वापस ले ली गईं।
हजापान की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि 33 लोग घायल हुए हैं। सार्वजनिक प्रसारक NHK ने बताया कि अधिकांश चोटें चीज़ें गिरने से लगीं, जबकि हाचिनोहे के एक होटल में भी कई लोग घायल हुए। भूकंप के कारण लगभग 90,000 निवासियों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
प्रधानमंत्री ने जारी की चेतावनी
जापान की प्रधानमंत्री सनाए ताकाइची ने कहा कि सरकार ने नुकसान का तुरंत आकलन करने के लिए एक आपातकालीन दल का गठन किया है। PM ताकाइची ने मंगलवार सुबह संवाददाताओं को बताया कि सरकार इस संकट को बहुत गंभीरता से ले रही है और उन्होंने क्षेत्र के लोगों से स्थानीय कार्यालयों से नवीनतम अपडेट का पालन करने का आग्रह किया है। भूकंप के तुरंत बाद, तोहोकू इलेक्ट्रिक पावर ने पुष्टि की कि अओमोरी में उसके हिगाशिडोरी परमाणु ऊर्जा संयंत्र और मियागी क्षेत्र में उसके ओनागावा संयंत्र के सुरक्षा प्रणालियों में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है।
इस भूकंप ने एक बार फिर जापान में बड़े भूकंप के खतरे को बढ़ा दिया है। जापान सरकार के पैनल ने पहले ही अगले 30 वर्षों में नानकाई ट्रफ (Nankai Trough) में बड़े भूकंप की संभावना को 75 से 82 प्रतिशत तक बढ़ा दिया था। सरकार ने मार्च में एक नया अनुमान जारी किया था जिसमें कहा गया था कि एक 'मेगाक्वेक' और उसके बाद आने वाली सुनामी से 298,000 तक मौतें हो सकती हैं और 2 ट्रिलियन डॉलर तक का नुकसान हो सकता है। सोमवार के भूकंप के बाद अधिकारियों ने इस संभावित 'मेगाक्वेक' के लिए अपनी सतर्कता बढ़ा दी है।