Japan: जापान में फ्लू तेजी से फैल रहा है और देश की बड़ी आबादी इसकी चपेट में आ चुकी है। फ्लू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होने के बाद जापान सरकार ने पूरे देश में फ्लू महामारी की आधिकारिक घोषणा कर दी है। अस्पतालों में फ्लू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसकी वजह से कई स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद भी करना पड़ा है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक इस साल फ्लू का प्रकोप सामान्य से कहीं ज्यादा सीरिएस और खतरनाक साबित हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की है।
तेजी से फैल रहा है इन्फेक्शन
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 3 अक्टूबर तक फ्लू के कारण करीब 4,000 से ज्यादा मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा, जो पिछले हफ्ते की तुलना में लगभग चार गुना ज्यादा है। इन्फेक्शन को फैलने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर 135 से अधिक स्कूलों और डे-केयर सेंटर्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में अब हर क्लिनिक पर फ्लू के मरीजों की संख्या सामान्य से ज्यादा हो गई है, जिससे हालात महामारी जैसे हो गए हैं। यामागाटा प्रांत में एक स्कूल में 36 में से 22 बच्चों को फ्लू के लक्षण मिले, जिसके बाद स्कूल को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
ये शहर सबसे ज्यादा प्रभावित
जापान के कागोशिमा, ओकिनावा, टोक्यो और अन्य प्रभावित इलाकों में फ्लू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ गए हैं और डॉक्टर व स्टाफ लगातार काम से थक चुके हैं। कई अस्पतालों में वेटिंग रूम भी भर गए हैं। ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जरूरत न होने पर अस्पताल न आएं और फ्लू के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लें।
लॉकडाउन जैसी पाबंदियां नहीं
हालांकि सरकार ने सख्त लॉकडाउन या पाबंदियां नहीं लगाई हैं, लेकिन अधिकारियों ने कंपनियों और स्कूलों से फ्लेक्सिबल कामकाज और ऑनलाइन ऑप्शन अपनाने की सलाह दी है। सरकार लोगों से टीका लगवाने की अपील कर रही है। इसके साथ ही बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को दूसरों से दूरी बनाए रखें और साफ-सफाई के नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।
एक्सपर्ट ने फ्लू के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को यात्रा करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। यात्रियों को मास्क पहनना, हाथ धोना और स्वच्छता बनाए रखना जरूरी है। शुरुआती फ्लू प्रकोप के कारण यात्रा और पर्यटन क्षेत्र भी सतर्क हो गए हैं।