Nepal Gen-Z Protest: नेपाल में फिर भड़क उठा Gen-Z का हिंसक प्रदर्शन, बारा जिले में लगा कर्फ्यू
Nepal Gen-Z Protest: इस हफ्ते के शुरुआत में शुरू हुआ टकराव तब और भड़क गया जब युवा प्रदर्शनकारियों के समूह, कई बार तीखी बहसों के दौरान UML समर्थकों के साथ आमने-सामने आ गए। आगे हिंसा को रोकने के लिए बारा के बड़े चौराहों पर सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। जिले में बढ़ती राजनीतिक अशांति के बीच स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है
Nepal Gen-Z Protest: नेपाल में फिर भड़क उठा Gen-Z का हिंसक प्रदर्शन
नेपाल में एक बार फिर Gen-Z प्रदर्शन भड़क गया है। प्रदर्शनकारियों और अपदस्थ प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (UML) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद अधिकारियों ने बारा जिले में फिर से कर्फ्यू लगा दिया। जिला प्रशासन कार्यालय ने घोषणा की कि बढ़ते तनाव और व्यवस्था बहाल करने की जरूरत का हवाला देते हुए कर्फ्यू गुरुवार रात 8 बजे (स्थानीय समय) तक लागू रहेगा।
इस हफ्ते के शुरुआत में शुरू हुआ टकराव तब और भड़क गया जब युवा प्रदर्शनकारियों के समूह, कई बार तीखी बहसों के दौरान UML समर्थकों के साथ आमने-सामने आ गए। आगे हिंसा को रोकने के लिए बारा के बड़े चौराहों पर सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। जिले में बढ़ती राजनीतिक अशांति के बीच स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
सिमरा में भिड़े प्रदर्शनकारी और UML समर्थक
The Himalayan Times के मुताबिक, वहीं सिमरा में आज दोपहर से ही हलचल मची हुई है। CPN-UML से जुड़े युवा संघ ने बड़ा परवानीपुर में जागरूकता अभियान में केंद्रीय नेताओं के शामिल होने के लिए एक कार्यक्रम की योजना बनाई थी। शंकर पोखरेल और महेश बसनेत सहित CPN-UML के नेता दोपहर में सिमरा में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे।
इस बीच, आरोप लगाया गया कि CPN-UML समर्थकों ने 'शांतिपूर्ण' विरोध प्रदर्शन के लिए जमा हुए Gen-Z युवाओं पर कथित तौर पर हमला कर दिया, जिससे इलाके में झड़प शुरू हो गई। इस झड़प के बाद सिमरा में तनाव का माहौल है।
पुलिस के सामने पीटा गया: Gen-Z प्रदर्शनकारी
जितपुरसिमरा उप-महानगरपालिका के मेयर राजन पौडेल ने बताया कि Gen-Z युवा लगभग 10 बजे सिमरा में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए थे। उनका नेतृत्व कर रहे सम्राट उपाध्याय, बारा और दूसरे लोग मौके पर मौजूद थे।
उन्होंने कहा, "हालांकि, UML कार्यकर्ताओं ने सम्राट उपाध्याय और दूसरे लोगों की पिटाई कर दी। वे घायल हो गए, जिससे सिमरा में तनाव फैल गया। इसके बाद, सिमरा के निवासी जेनरेशन ज़ेड युवाओं के समर्थन में सामने आए हैं।" उन्होंने आगे कहा, "उन्हें पुलिस के सामने पीटा गया। कर्फ्यू लगा दिया गया है, लेकिन सिमरा के युवा और निवासी हमले की निंदा करने के लिए बड़ी संख्या में सड़कों पर इकट्ठा हुए हैं।"
सात Gen-Z प्रदर्शनकारी घायल
Gen Z के युवा नेता सम्राट उपाध्याय मुताबिक, उन्होंने और उनके साथियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था। कुल 10-12 लोग, जिनमें सम्राट भी शामिल हैं, इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान वहां पर मौजूद CPN-UML के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में सात युवाओं को चोटें आईं।
सम्राट ने बताया कि पहले उन्हें प्रदर्शन करने से रोक दिया गया और उसके बाद पुलिस के सामने ही उन पर हमला किया गया। पुलिस ने भी युवाओं पर लाठीचार्ज किया और UML कार्यकर्ताओं को बचाया। सम्राट के सिर, माथे, पीठ और चेहरे पर भी चोट आई है।
सम्राट के मुताबिक, वे लोग सरकार के उस नरसंहार के विरोध में आए थे, जिसमें 8 सितंबर को स्कूल यूनिफॉर्म पहने छात्रों को मार दिया गया था। प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही उन पर हमला कर दिया गया। उनका सीधा कहना है कि महेश बस्नेत और UML के कार्यकर्ताओं को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, जिन्होंने ये हमला किया। जब तक मांगें नहीं मान ली जातीं, तब तक बारा बंद रहेगा।
घायल युवाओं में सम्राट उपाध्याय, सुजल पाठक, शेख सफीद, रमेश भंडारी, सौरव रिमाल आदि शामिल हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में युवा कह रहे हैं- “हम गोली खाने को तैयार हैं, लेकिन जब तक दोषियों को सजा नहीं होती, हम चैन से नहीं बैठेंगे।”