Kashmir Pahalgam Terror Attack: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान पहलगाम आतंकी हमले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए तैयार है। शरीफ ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर निराधार आरोप लगाए, लेकिन ये बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम मामले की निष्पक्ष जांच में हर प्रकार का सहयोग देने के लिए तैयार हैं। काबुल में पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी में पासिंग-आउट परेड को संबोधित करते हुए 22 अप्रैल को हुए हमले पर शहबाज ने कहा, "एक जिम्मेदार देश के रूप में अपनी भूमिका को जारी रखते हुए, पाकिस्तान किसी भी तटस्थ, पारदर्शी और विश्वसनीय जांच में भाग लेने के लिए तैयार है।"
इससे पहले शुक्रवार को रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) से कहा था कि पाकिस्तान किसी भी जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है। 22 अप्रैल को पहलगाम के पास बैसरन घाटी में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। शहबाज शरीफ की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तानी सैनिक लगातार कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर गोलीबारी कर रहे हैं।
शहबाज शरीफ को इस बात की आशंका है कि भारत पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। उन्होंने कहा कि सेना सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार हैं। इसको लेकर कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "शांति हमारी इच्छा है, लेकिन इसे हमारी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए।" शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान हर क़ीमत पर अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा करेगा।
पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को एक बार फिर नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे के गोलीबारी की। भारतीय सैनिकों ने इसका मुंह तोड़ जवाब दिया। पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पहलगाम में हुए हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। दोनों देशों में बढ़े तनाव के बीच लगातार दूसरी रात गोलीबारी हुई। पाकिस्तानी सैनिकों ने बृहस्पतिवार रात को भी एलओसी पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की थी। इस पर भारत ने इसका मुंह तोड़ जवाब दिया था।
एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, "25-26 अप्रैल की मध्य रात्रि कश्मीर में एलओसी के पार पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों से बिना उकसावे के गोलीबारी की गई।" उन्होंने कहा, "सेना के जवानों ने संघर्ष विराम उल्लंघन का मुंह तोड़ जवाब दिया।" गोलीबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। भारत ने संकल्प लिया है कि वह पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को खोज निकालेगा।
केंद्र ने पहलगाम हमले के तार सीमा पार से जुड़े होने के मद्देनजर बुधवार को पाकिस्तानी सैन्य सलाहकार (अताशे) को निष्कासित करने, 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने और अटारी-वाघा सीमा-चौकी को तत्काल बंद करने सहित कई कदमों की घोषणा की। भारत ने अटारी सीमा के माध्यम से देश में प्रवेश करने वाले सभी पाकिस्तानियों से एक मई तक देश छोड़ने को कहा।
इसके जवाब में पाकिस्तान ने गुरुवार को सभी भारतीय विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का फैसला किया तथा भारत के साथ व्यापार को स्थगित कर दिया। पाकिस्तान ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने के फैसले को भी खारिज कर दिया। साथ ही कहा कि संधि के तहत पाकिस्तान के जल प्रवाह को रोकने के किसी भी कदम को युद्ध की कार्रवाई के रूप में देखा जाएगा।