Anchor Imtiaz Mir Murder: पाकिस्तान में इजरायल के समर्थन में एंकरिंग करने पर एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कराची में एक टेलीविजन चैनल पर इजरायल के समर्थन में टिप्पणी कर रहे एक पत्रकार की चरमपंथी इस्लामी समूह के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर हत्या कर दी। सिंध प्रांत के गृह मंत्री ने मंगलवार (28 अक्टूबर) को यह जानकारी दी। कराची के मालिर इलाके में टेलीविजन चैनल कार्यालय से बाहर निकलते समय 21 सितंबर को पत्रकार एवं एंकर इम्तियाज मीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में संदिग्ध चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है।
गृह मंत्री जियाउल हसन लंजहर ने दावा किया है कि हत्यारे, पत्रकार मीर को इजरायल का कथित समर्थक मानते थे। इसी समर्थन वाली टिप्पणी के कारण उन्हें निशाना बनाया गया। सिंध पुलिस के महानिरीक्षक (आईजीपी) गुलाम नबी मेमन और शहर के पुलिस प्रमुख जावेद आलम ओधो ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों ने पाकिस्तान के बाहर स्थित अपने आका के आदेश पर हत्या करने की बात कबूल की है।
मेमन ने किसी देश का नाम लिए बिना कहा, "गिरफ्तार किए गए संदिग्ध शिक्षित व्यक्ति हैं और उनका सरगना एक पड़ोसी देश में रह रहा है।" गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान अजलाल जैदी, शहाब असगर, अहसान अब्बास और फराज अहमद के रूप में हुई है। बताया जाता है कि वे 'लश्कर सरुल्लाह' से जुड़े हैं जो प्रतिबंधित जैनबियून ब्रिगेड का हिस्सा है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, Metro News टेलीविज़न से जुड़े मीर पिछले महीने अपने बड़े भाई की कार से घर जा रहे थे, तभी दो मोटरसाइकिलों पर सवार छह हमलावरों ने नेशनल हाईवे पर उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। एंकर को कई गोलियां लगीं। इसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
गृह मंत्री ने कहा कि मीर ने एक इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने इजरायल के पक्ष में बात की थी। उन्होंने कहा कि यही हत्या का "सटीक मकसद" प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित ज़ैनबियून ब्रिगेड का एक उप-संगठन इस मामले में शामिल था। उन्होंने आगे कहा कि मुख्य संदिग्ध एक पड़ोसी देश में रहता था। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किसकी बात कर रहे हैं। गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में धन मुहैया करा रहा है और अराजकता फैला रहा है।