भारत में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में बम धमाके की एक बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में पाकिस्तानी सेना पर हमला हो गया है। इस हमले में 10 पाकिस्तानी सेना के जवानों को मौत के घाट उतार दिया गया है। इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है। BLA ने बम निरोधक दस्ते को निशाना बनाकर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) से हमला किया है। यह धमाका क्वेटा के मार्गट इलाके में सैन्य वाहन के पास किया गया है। बीएलए ने हालिया महीनों में बलूचिस्तान में लगातार पाक फौज और सरकार के लोगों को निशाना बनाया है।
BLA के अनुसार, यह हमला रिमोट-कंट्रोल्ड इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के जरिए किया गया है। जिसमें सेना का वाहन पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। विस्फोट के तुरंत बाद, बीएलए ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें एक सुदूर और पहाड़ी इलाके में हुए हमले को देखा जा सकता है।
पाक सेना पर हमले जारी रहेंगे – BLA
बलूच लिबरेशन आर्मी ने क्वेटा में हमले की जिम्मेदारी लेते हुए आगे भी इस तरह के अटैक करने की बात कही है। बीएलए ने कहा है कि दुश्मन सेना (पाक फौज) के खिलाफ हमारा अभियान तेजी से जारी रहेगा। बीएलए का कहना है कि पाकिस्तान की सरकार सेना बलूचिस्तान के लोगों का दमन करती है। ऐसे में वह अपने लोगों की आजादी के लिए लड़ रही है। बता दें कि बीएलए ने हाल के दिनों में पाक फौज पर हमले तेज किए हैं। हाल ही में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को अगवा कर बीएलए ने पाकिस्तान की सेना और सरकार को हिला दिया था। पाकिस्तानी सेना ने बीएलए के खिलाफ अभियान चलाने की बात कही है लेकिन उसे कोई कामयाबी मिलती नहीं दिखी है। पाक फौज बीएलए के सामने बेबस दिखी है।
बलूच लिबरेशन आर्मी का गठन 1970 के दशक में हुआ था। बीच में ये संगठन कुछ समय के लिए बंद हो गया था। फिरस साल 2000 में उसने खुद को एक बार फिर खड़ा किया। बलूचिस्तान में कई लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद वे एक अलग देश होकर रहना चाहते थे। लेकिन बिना उनकी मर्जी से उन्हें पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया था। बलूच लिबरेशन आर्मी लगातार आजादी की मांग कर रही है। पाकिस्तानी सेना पर हमले किए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएलए में 6000 से ज्यादा लड़ाके शामिल हैं। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं।