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रूस-यूक्रेन के बीच होगा सीजफायर? जंग के महौल के बीच तुर्की में मिले दोनों देशों के नेता, जानें क्या किस बात पर बनी सहमती

Russia Ukraine War : दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद यूक्रेन के प्रतिनिधि सर्जी किस्लित्स्या ने बताया कि रूस अभी भी बिना किसी शर्त के युद्ध रोकने के प्रस्ताव को स्वीकार करने को तैयार नहीं है। इसके साथ ही, रूस ने एक शांति प्रस्ताव भी रखा जिसमें उसने मांग की कि क्रीमिया, डोनबास, खेरसॉन और ज़ापोरोज़े को रूसी क्षेत्र के तौर पर अंतरराष्ट्रीय मान्यता दी जाए। रूस ने शांति वार्ता के दौरान कुछ शर्तें रखीं

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 02, 2025 पर 11:02 PM
रूस-यूक्रेन के बीच होगा सीजफायर? जंग के महौल के बीच तुर्की में मिले दोनों देशों के नेता, जानें क्या किस बात पर बनी सहमती
जंग के महौल के बीच तुर्की में हुई यूक्रेन-रूस के बीच शांति वार्ता

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जंग तेज होती नजर आ रही है। रविवार को यूक्रेन ने रूस के पांच एयरबेस पर हमले किए। इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच चल रहा तनाव और बढ़ता नजर आ रहा हैं। वहीं जंग के इस महौल के बीच आज दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच इस्तांबुल में दूसरे दौर की बातचीत एक घंटे से अधिक समय तक चली। इस बैठक में एक बार फिर यूक्रेन ने बिना 30 दिनों के सीज़फायर का प्रस्ताव रखा, जिसे रूस की तरफ से नकार दिया गया। यूक्रेन ने एक बार फिर रूस पर युद्ध को लंबा खींचने का आरोप लगाया।

दोनों देशों की बीच हुई बातचीत

दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद यूक्रेन के प्रतिनिधि सर्जी किस्लित्स्या ने बताया कि रूस अभी भी बिना किसी शर्त के युद्ध रोकने के प्रस्ताव को स्वीकार करने को तैयार नहीं है। इसके साथ ही, रूस ने एक शांति प्रस्ताव भी रखा जिसमें उसने मांग की कि क्रीमिया, डोनबास, खेरसॉन और ज़ापोरोज़े को रूसी क्षेत्र के तौर पर अंतरराष्ट्रीय मान्यता दी जाए। रूस ने शांति वार्ता के दौरान कुछ शर्तें रखीं। उसने कहा कि यूक्रेन नाजी विचारधारा और प्रचार पर रोक लगाए, नाटो या किसी भी सैन्य संगठन से दूर रहे, हाल ही में जो क्षेत्र रूस ने कब्ज़ा किए हैं वहां से यूक्रेनी सेना हटे और राष्ट्रीय चुनाव कराए जाएं।

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि दोनों देश कैदियों की अदला-बदली पर काम कर रहे हैं। उनके चीफ ऑफ स्टाफ के अनुसार, यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल ने रूस को जबरन ले जाए गए यूक्रेनी बच्चों की एक सूची सौंपी है, जिन्हें यूक्रेन वापस लाना चाहता है। यह वार्ता तुर्की की मध्यस्थता में हुई और यह दूसरा दौर था। इससे पहले 16 मई को पहली बैठक हुई थी, जो दो घंटे चली थी। उस बैठक में कैदियों की अदला-बदली पर सहमति बनी थी, लेकिन युद्ध रोकने को लेकर कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका था।

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